शिक्षा की जगाई अलख, फैला रहीं जागरूकता, वर्णिका शुक्ला ने बस्तियों में चलायी जनसेवा की मुहिम
वर्णिका सालों से समाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। उन्हें ग्लोबल पीस का प्रयागराज का ब्रांड अंबेसडर बनाया गया था उसके तहत बेहतर काम करने के लिए उन्हें सूरत में सम्मानित किया गया था। रोटरी मिडटाउन सहित अनेक संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया है
प्रयागराज, जेएनएन। बीते साल लॉकडाउन में भय व बंदिश का माहौल था। उस दौर में शिक्षिका वर्णिका शुक्ला ने कोरोना संक्रमण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने के साथ बस्तियों में शिक्षा की अलख जगाई थी। आर्मी पब्लिक स्कूल ओल्ड कैंट की शिक्षिका वर्णिका लॉकडाउन लगने पर ऑनलाइन क्लास के जरिए अपनी कक्षा के बच्चों को दिन में पढ़ाती थीं। जबकि उनका शाम का समय मलिन बस्ती के बच्चों के साथ बीतता था। सलोरी व तेलियरगंज की बस्ती में जाकर बच्चों को पढ़ाती थीं। बच्चों को खाने-पीने व पठन-पाठन की सामग्री उपलब्ध करवाया। बच्चों की मां को स्वच्छता अपनाने की सीख देकर उन्हें कोरोना से बचाव को प्रेरित करती रहीं। वर्णिका कहती हैं कि बस्तियों के लोग भी समाज का अभिन्न अंग हैं, उन्हें उपेक्षित नहीं किया जा सकता।
पर्यावरण के लिए किया है काम
वर्णिका सालों से समाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। उन्हें ग्लोबल पीस का प्रयागराज का ब्रांड अंबेसडर बनाया गया था, उसके तहत बेहतर काम करने के लिए उन्हें सूरत में सम्मानित किया गया था। रोटरी मिडटाउन सहित अनेक संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया है। वे अपने स्कूल के बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करती हैं। उन्हें पौधा लगाने को प्रेरित करने के साथ जागरूकता अभियान चलाती हैं।
इंटरनेट मीडिया से फैला रहीं जागरूकता
वर्णिका इंटरनेट मीडिया के जरिए कोरोना संक्रमण व पर्यावरण संरक्षण का अभियान चलाती हैं। इसके लिए फेसबुक पेज भी बनाया है। वाट्सएप ग्रुप पर संदेश भेजकर लोगों को संयमित रहने की सीख दे रही हैं।