प्रयागराज में वैचारिक शिक्षक संघ की अनूठी मुहिम, शिक्षा दान के साथ दे रहे हमदर्मी की गर्मी
वैचारिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि सब से पहले मनुष्य को अपने जीवन की रक्षा करनी चाहिए। उसके बाद मनुष्यता को बचाने के लिए प्रयास करना चाहिए। इसी कड़ी में जब व्यक्ति दूसरे की मदद करेगा तो स्वत दोनों धर्म का पालन हो जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। शिक्षा दान सब से बड़ा दान होता है। कड़ाके की सर्दी में जरूरतमंद को गर्म कपड़े देना या फिर अन्य जरूरत की चीजें उपलब्ध कराना भी मानवता का धर्म है। इसका अनुपालन सभी को करना चाहिए। वैचारिक शिक्षक संघ इस दिशा में आग आया है। मकर संक्रांति पर ग्राम सिरावल, मांडा, प्रयागराज के शहरी क्षेत्रों में वस्त्र वितरण अभियान चलाया गया।
अभियान की शुरुआत डॉ. भीमराव आंबेडकर व सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण से की गई। इस अवसर पर वैचारिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि सब से पहले मनुष्य को अपने जीवन की रक्षा करनी चाहिए। उसके बाद मनुष्यता को बचाने के लिए प्रयास करना चाहिए। इसी कड़ी में जब एक व्यक्ति दूसरे की मदद करेगा तो स्वत: दोनों धर्म का पालन हो जाएगा। इसे देखते हुए संगठन की ओर से हमदर्दी और सहयोग की गर्मी इस सर्द मौसम में देने की कोशिश हो रही है। उसका स्वरूप यह है कि लोगों को खुले आसमान के नीचे न रहना पड़े। पहनने को कुछ गर्म कपड़े भी मिल जाएं। इस कार्य में संगठन के शिक्षक पूरे मनोयोग से लगे हैं। पहले सभी ने गर्म कपड़े जुटाए और अब उसका वितरण हो रहा है।
उन्होंने बताया कि सिरावल गांव के शिक्षक जगदीश प्रसाद सिंह ने गांव के असहाय गरीबों को 151 कंबल बांटा। यहीं के 31 बुजुर्गों को वैचारिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष जेपी सिंह ने भी गर्म कपड़े बांटे। इस दौरान सिद्धनाथ सिंह, इश्वरी दयाल जूनियर हाई स्कूल के प्रबंधक विजयानंद पटेल, प्रेम नारायण सिंह, राधेश्याम सिंह पटेल, अमर बहादुर सिंह, राम सजीवन सिंह, प्रभाकर सिंह, दीपू कुमार आदि मौजूद रहे।