सूबे में एक लाख पीपल के पौधे रोपेगा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय

कानपुर अध्ययन केंद्र ने 50 पीपल के पौधे रोपकर इस अभियान का आगाज भी कर दिया है। विश्वविद्यालय ने एक साल में इस लक्ष्य का पूरा करने का फैसला लिया है। अन्य केंद्रों ने भी अभियान को मूर्त रूप देने का वादा किया है।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 06:10 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:10 AM (IST)
सूबे में एक लाख पीपल के पौधे रोपेगा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के सभी अध्ययन केंद्रों से सौ-सौ पीपल के पौधे लगाने के लिए कहा गया।

प्रयागराज,जेएनएन। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय भी इस बार पहल करेगा। विश्वविद्यालय ने एक लाख पीपल के पौधे रोपने का संकल्प लिया है। कानपुर अध्ययन केंद्र से इस अभियान का आगाज भी हो गया है।

गोद लिए गए गांवों में भी चलेगा अभियान

कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने बताया कि शासन से मिले निर्देशों के क्रम में यह पहल की जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के तीनों परिसर गंगा, यमुना और सरस्वती के अलावा गोद लिए गांवों में भी यह अभियान चलाया जाएगा। कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर प्रदेश में एक लाख पीपल के पौधे रोपे जाएंगे। इसके लिए सभी अध्ययन केंद्रों को भी निर्देश दे दिया गया है। कानपुर ने इस अभियान का आगाज भी कर दिया है।

सभी अध्‍ययन केंद्राें से सौ पौधे लगाने का निर्देश

शुक्रवार को प्रदेश भर में विश्वविद्यालय के सभी 12 क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ, बरेली, मेरठ, आगरा, कानपुर, झांसी, आजमगढ़, गोरखपुर, अयोध्या, वाराणसी तथा नोएडा के निदेशकों के साथ ऑनलाइन बैठक की। इनके अंतर्गत कुल 13 सौ अध्ययन केंद्र संचालित होते हैैं। सभी अध्ययन केंद्रों से सौ-सौ पीपल के पौधे लगाने के लिए कहा गया।

कानपुर अध्‍ययन केंद्र पर 50 पीपल के पौधे रोपकर अभियान का हुआ आगाज

कानपुर अध्ययन केंद्र ने 50 पीपल के पौधे रोपकर इस अभियान का आगाज भी कर दिया है। विश्वविद्यालय ने एक साल में इस लक्ष्य का पूरा करने का फैसला लिया है। अन्य केंद्रों ने भी अभियान को मूर्त रूप देने का वादा किया है। कुलपति ने बताया कि प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए शिक्षार्थियों की भी मदद ली जाएगी। उनसे अपने गांव में पौधा रोपने का आह्वान किया जाएगा।

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