घर में किलकारियां गूंजने का था घरवालों को इंतजार, प्रसव के बाद महिला की मौत पर कौशांबी में हंगामा
मोनी केसरवानी की शादी साल भर पहले पिपरी के तिल्हापुरमोड़ बाजार निवासी बबलू केसरवानी पुत्र जवाहर लाल केशरवानी के साथ की गई थी। गर्भवती मोनी को बुधवार की शाम प्रसव पीड़ा होने लगी। उसने परिवार के लोगों को बताया तो उसे गणेश अस्पताल लेकर पहुंचे
प्रयागराज, जेएनएन। कुछ घंटे पहले जिस घर में बच्चे का जन्म होने पर किलकारियां गूंजने की उम्मीद में लोग खुशी से लबरेज था वहां अब मातम पसरा है। कौशांबी जनपद में पिपरी थाना क्षेत्र के तिल्हापुरमोड़ स्थित गणेश अस्पताल में गुरुवार की सुबह प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित स्वजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। बवाल होने की आशंका पर पिपरी थाने की पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया और डाक्टर को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिवार के लोगों की मांग है कि मुकदमा लिखकर डाक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
बेटे को जन्म देने के बाद बिगड़ी हालत और थमी सांस
सराय अकिल में करन चौराहा निवासी अजय केशरवानी की 20 वर्षीय बेटी मोनी केसरवानी की शादी साल भर पहले पिपरी के तिल्हापुरमोड़ बाजार निवासी बबलू केसरवानी पुत्र जवाहर लाल केशरवानी के साथ की गई थी। गर्भवती मोनी को बुधवार की शाम प्रसव पीड़ा होने लगी। उसने परिवार के लोगों को बताया तो उसे गणेश अस्पताल लेकर पहुंचे वहां गुरुवार की भोर समय करीब तीन बजे उसने सामान्य प्रसव द्वारा एक पुत्र को जन्म दिया। आरोप है कि इसके बाद डाक्टरों ने लापरवाही करते हुए उसका इलाज किया जिससे मोनी की हालत बिगड़ने लगी। सुबह उसकी हालत नाजुक होने पर डाक्टरों ने प्रयागराज लेकर जाने की बात कहकर हाथ खड़े कर दिए। आनन-फानन में स्वजन मोनी को लेकर प्रयागराज रवाना हुए थे लेकिन रास्ते में उसकी सांस थम गई। शव लेकर वापस उसी अस्पताल लौटे परिवार के लोगों ने चीख-पुकार करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ लगी तो खबर पाकर वहां पहुंची पिपरी थाने की पुलिस ने डाक्टर पर कड़ी कार्यवाई करने का आश्वासन देते हुए परिवार के लोगों को शांत कराया। इसके बाद पुलिस ने डाक्टर को हिरासत में लेकर मोनी का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।