UPPSC: 68 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने छोड़ी 16 जिलों में जीआइसी प्रवक्ता पद की परीक्षा

प्रवक्ता (पुरुष/महिला) राजकीय इंटर कालेज की प्रारंभिक परीक्षा-2020 का सकुशल आयोजन लोकसेवा आयोग के लिए बड़ी चुनौती थी। कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने के बाद आयोग की पहली बड़ी परीक्षा थी। उक्त भर्ती के तहत आयोग ने प्रवक्ता के 16 विषयों में 1473 पदों की भर्ती निकाली गई

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 09:16 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 09:16 PM (IST)
UPPSC: 68 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने छोड़ी 16 जिलों में जीआइसी प्रवक्ता पद की परीक्षा
यूपी लोकसेवा आयोग 16 जिलों में हुई परीक्षा में मात्र 32.03 प्रतिशत रही उपस्थिति

प्रयागराज, राज्य ब्यूरो। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की प्रवक्ता (पुरुष/महिला) राजकीय इंटर कालेज की प्रारंभिक परीक्षा-2020 को लेकर अभ्यर्थियों में अपेक्षा से कम उत्साह रहा। प्रदेश के 16 जिलों में आयोजित परीक्षा में मात्र 32.03 प्रतिशत उपस्थिति रही। उक्त परीक्षा के लिए 4,91,370 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, परंतु 1,57,409 ही इम्तिहान में शामिल हुए। नकल मुक्त परीक्षा कराने के लिए 1055 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित हुई। सबसे अधिक 112 केंद्र प्रयागराज में बने थे। प्रयागराज में 52,057 अभ्यर्थियों का पंजीकरण था। इसमें 21,857 ने इम्तिहान दिया।

कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने पर आयोग की पहली बड़ी परीक्षा

प्रवक्ता (पुरुष/महिला) राजकीय इंटर कालेज की प्रारंभिक परीक्षा-2020 का सकुशल आयोजन लोकसेवा आयोग के लिए बड़ी चुनौती थी। कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने के बाद आयोग की पहली बड़ी परीक्षा थी। उक्त भर्ती के तहत आयोग ने प्रवक्ता के 16 विषयों में 1473 पदों की भर्ती निकाली गई है। इसमें 991 पुरुष व 482 महिलाओं के पद शामिल हैं। आयोग ने आनलाइन आवेदन 22 जनवरी तक लिया था। अभ्यर्थियों की संख्या व विषय अधिक होने के कारण 'एक जिला में एक विषय की परीक्षा कराई गई। हर केंद्र में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि प्रदेश के हर केंद्र पर परीक्षा शांतिपूर्ण आयोजित हुई।

जीएसटी के प्रश्नों में उलझे अभ्यर्थी

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने रविवार को प्रवक्ता (पुरुष/महिला) राजकीय इंटर कालेज की प्रारंभिक परीक्षा-2020 का आयोजन किया। हर जिला में अलग-अलग विषयों की परीक्षा आयोजित की गई। प्रयागराज में  हिंदी विषय की परीक्षा कराई गई। हिंदी के सामान्य अध्ययन के पेपर में जीएसटी और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़े प्रश्न पूछे गए। जीएसटी से जुड़े प्रश्नों का उत्तर देने में अभ्यर्थियों को दिक्कत हुई। अभ्यर्थी राहुल पाठक बताते हैं कि प्रश्नपत्र अपेक्षा से अधिक कठिन रहा। समाचार पत्रों में नियमित नजर रखने वालों को ज्यादा कठिनाई नहीं हुई होगी। अभ्यर्थी प्रत्यूषा बताती हैं कि सामान्य अध्ययन में ज्यादातर प्रश्न इतिहास पर आधारित रहे। विशेष रूप से आजादी से जुड़े प्रश्न भी पूछे गए। परीक्षा में दो खंड थे। दूसरा खंड विषय पर आधारित रहा। इसमें साहित्यकारों के रचनाओं, छंद, अलंकार समेत अन्य विषय पर आधारित प्रश्न पूछे गए।

उत्तर प्रदेश पर आधारित आए प्रश्न

प्रवक्ता जीआइसी पद के हिंदी के प्रश्नपत्र में उत्तर प्रदेश से जुड़े तमाम प्रश्न पूछे गए। कुछ प्रश्नों ने अभ्यर्थियों को काफी उलझाया है।

-उत्तर प्रदेश में मयूर संरक्षण केंद्र किस जिले में है?

-उत्तर प्रदेश की कौन सी अनुसूचित जनजाति वाराणसी जनपद में नहीं पायी जाती है?

-उत्तर प्रदेश में विधान परिषद वित्त विधेयक को कितने दिन विलंबित कर सकता है?

-भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के तहत यूपी में महाधिवक्ता की नियुक्ति होती है?

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