UP Vidhan Sabha Election 2022: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने लिया फीडबैक, दावेदारों ने गुपचुप तरीके से की मुलाकात

UP Vidhan Sabha Election 2022 भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्रदेव सिंह ने प्रयागराज आगमन के दौरान पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में चुनाव का जज्‍बा भरा। कहा कि आने वाला चुनाव राष्ट्र निर्माण का चुनाव है। इसमें सभी की सहभागिता होनी चाहिए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:16 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:16 AM (IST)
UP Vidhan Sabha Election 2022: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने लिया फीडबैक, दावेदारों ने गुपचुप तरीके से की मुलाकात
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्‍वतंत्रदेव सिंह ने प्रयागराज दौरे के दौरान पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पार्टी एकता की सलाह दे गए।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्‍वतंत्रदेव सिंह ने प्रयागराज दौरे के दौरान पार्टी के पदाधिकारियों व कुछ कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। उनसे संगठन को लेकर फीडबैक लिया। उन्‍होंने यह जानने का प्रयास किया कि उत्‍तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 में कौन प्रत्याशी मुफीद हो सकता है। तमाम दावेदारों ने भी गुपचुप तरीके से मिलने के लिए गणेश परिक्रमा भी की लेकिन सभी से मुलाकात नहीं हो सकी।

आने वाला चुनाव राष्‍ट्र निर्माण का चुनाव है

उल्‍लेखनीय है कि सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने यमुनापार में जनसभा की थी। इसके बाद पदाधिकारियों से मुलाकात के दौरान उन्‍होंने कहा कि आने वाला चुनाव राष्ट्र निर्माण का चुनाव है। इसमें सभी की सहभागिता होनी चाहिए। यदि पार्टी यह चुनाव हारेगी तो बदलाव की जो बयार चल रही है वह रुक जाएगी। यह किसी व्यक्ति या दल का नुकसान नहीं होगा, बल्कि राष्ट्र का नुकसान होगा।

राष्‍ट्र त्‍याग की परिभाषा समझाई

पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संभव है कि जिसे विधान सभा चुनाव में टिकट मिले, उसे आप व्यक्तिगत रूप से न पसंद करते हों फिर भी उसका आपको समर्थन करना होगा। इसकी वजह यह कि वह कमल के साथ है। आप भी कमल के साथ रहें। यदि कहीं आप का भाई भी चुनाव लड़ रहा हो और कमल के साथ न हो तो आप भाई का साथ छोड़ दो। यह त्याग राष्ट्र के लिए होगा।

विपक्ष के झांसे में न आने की सलाह

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार का हवाला दिया। कहा, अनर्गल आरोप लगाकर तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को गिरा दिया था। उसके बाद दोबारा अटल बिहारी वाजपेयी खड़े नहीं हो सके। इसी तरह अब फिर विपक्ष साजिश रच रहा है। आप न तो जातिवाद के शिकार बनें, न किसी अन्य बहकावे में आएं। सिर्फ एक लक्ष्य रखें। राष्ट्र के लिए कमल खिलाना है। ऐसा करके आप देश को अपनी संस्कृति को आगे ले जाएंगे। निजी स्वार्थ से सभी को ऊपर उठना होगा।

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