चौकिए मत जनाब... पुलिस की यूनीफार्म में ये सिपाही नहीं बल्कि यूपी रोडवेज के बस चालक हैं
मार्च के दूसरे सप्ताह में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के बस चालकों को अनिवार्य रूप से खाकी वर्दी पहनने का निर्देश दिया गया था। लापरवाही पर कार्रवाई करने का भी सख्त निर्देश दिया गया है। वर्दी में नहीं आने वाले चालकों व परिचालकों को काम नहीं दिया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। रोडवेज बस की चालक सीट पर यदि आपको खाकी वर्दी और नेम प्लेट के साथ अपडेट ड्रेस में कोई व्यक्ति बैठा दिखे तो चौकिए नहीं। आपको बता दें कि वह उस बस का चालक ही है। विभाग की ओर से सख्त निर्देश हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण काल में सभी बस चालक सिपाहियों की तरह खाकी वर्दी पहनकर ही ड्यूटी पर आएंगे। इस पर चालकों ने अमल भी शुरू कर दिया है। जल्द ही सभी बसों के चालक भी इसी रूप में दिखेंगे। हालांकि पुलिस की तरह यूनीफार्म तो होगा लेकिन उसमें अंतर भी होगा। मसलन बेल्ट, कैप और बैच से ये पुलिस से अलग दिखेंगे।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की पहल
दरअसल मार्च के दूसरे सप्ताह में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के बस चालकों को अनिवार्य रूप से खाकी वर्दी पहनने का निर्देश दिया गया था। इसमें लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी सख्त निर्देश दिया गया है। वर्दी में नहीं आने वाले चालकों व परिचालकों को काम नहीं दिया जाएगा। ऐसा भी निर्देश दिया गया है।
कार्य और अनुशासन के बोध के लिए ड्रेस प्रणाली
कार्य और अनुशासन का बोध हो और समाज में अलग छवि बने, इसीलिए रोडवेज बस चालकों के लिए यूनीफार्म को लागू कराया गया है। इसका असर अब दिखने लगा है। रोडवेज बस चालक नाम पट्टिका, सीटी, डोरी व बैज के साथ खाकी वर्दी में ही बसों का संचालन कर रहे हैं। बैज पर उप्रप यानी उत्तर प्रदेश परिवहन लिखा है।