यूपी पीसीएस-2020 मेंस में व्यवहारिक प्रश्नों में उलझे भावी अफसर, जानिए पेपर में कैसे रहे सवाल
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस-2020 मेंस (मुख्य) परीक्षा के दूसरे दिन सामान्य अध्ययन-1 व सामान्य अध्ययन-2 का पेपर हुआ। दोनों पेपर में व्यवहारिक व समसामयिक प्रश्न पूछे गए। भारतीय व विश्व इतिहास से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता दी गई।
प्रयागराज [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस-2020 मेंस (मुख्य) परीक्षा के दूसरे दिन शुक्रवार को सामान्य अध्ययन-1 व सामान्य अध्ययन-2 का पेपर हुआ। दोनों पेपर में व्यवहारिक व समसामयिक प्रश्न पूछे गए। भारतीय व विश्व इतिहास से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता दी गई। वहीं, भूगोल में उत्तर प्रदेश के बुंदलेखंड व पूर्वांचल के संदर्भ में प्रश्न आया। कोरोना के मामले में अभ्यर्थियों की राय पूछी गई। वहीं, विदेशी मामलों से जुड़े प्रश्न आए। कई प्रश्नों का उत्तर देने में अभ्यर्थियों को दिक्कत हुई, जबकि कइयों का उत्तर आसानी से दिया।
यूपीपीएससी की पीसीएस-2020 मेंस (मुख्य) परीक्षा के दूसरे दिन शुक्रवार को 88.04 प्रतिशत उपस्थिति रही। प्रयागराज, गाजियाबाद व लखनऊ के 11 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित हुई। इसमें 5139 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। लेकिन, परीक्षा में 4543 अभ्यर्थी शामिल हुए। प्रयागराज में 2084 में से 1857, गाजियाबाद में 1300 में से 1146 व लखनऊ में पंजीकृत 1755 अभ्यर्थियों में 1540 शामिल हुए। आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि हर केंद्र में परीक्षा शांतिपूर्ण रही। हंगामा व पेपर लीक जैसे मामला कहीं नहीं हुआ।
अपेक्षा से कठिन रहा प्रश्न पत्र : अभ्यर्थियों का कहना है कि सामान्य अध्ययन-1 व सामान्य अध्ययन-2 प्रश्न पत्र अपेक्षा से अधिक कठिन रहा। अभ्यर्थी विवेक बताते हैं कि सामान्य अध्ययन-1 में 'हड़प्पा सभ्यता काल में शहरी नियोजन पर टिप्पणी, वर्ण व्यवस्था पर गांधी के विचारों का मूल्यांकन, इटली में फासीवाद के नेता मुसोलिनी की विदेश नीति पर टिप्पणी लिखने को आयी, जिसका उत्तर लिखना कठिन था। मोनिका बताती हैं कि उत्तर प्रदेश को प्रमुख भौतिक प्रदेशों में विभाजित करके भौगोलिक विशेषता का वर्णन, स्मार्ट सिटी मिशन क्या है? जैसे प्रश्नों ने काफी उलझाया।
यह प्रश्न भी रहे खास