UP Panchayat Chunav 2021: प्रयागराज के इस गांव में अपनों के बीच मची है जंग, सास-बहू और सगे भाई आमने-सामने

UP Panchayat Chunav 2021 प्रयागराज के मेजा तहसील स्थित पांती (मेजा रोड) में पंचायत चुनाव का कुछ ऐसा ही नजारा देखा जा सकता है। जहां एक तरफ सास और बहू प्रधान पद के लिए मैदान में हैं वहीं दो सगे भाई भी प्रधानी की कुर्सी के लिए आमने-सामने हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 03:20 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 03:20 PM (IST)
UP Panchayat Chunav 2021: प्रयागराज के इस गांव में अपनों के बीच मची है जंग, सास-बहू और सगे भाई आमने-सामने
इस बार के पंचायत चुनाव में अजब-गजब भी दिख रहा है। सास-बहू और भाई-भाई चुनावी जंग में आमने-सामने हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। पंचायत चुनाव की गहमागहमी के बीच गांव का समाज शास्त्र भी गड़बड़ा गया है। आपसी रिश्ते भी दरकने लगे हैैं। घरों में दरार पडऩे लगी है। पद के लोभ और धन की चाहत के बीच खून के रिश्ते भी आमने-सामने हैं। राजनीति चीज ही ऐसी है, जो कुर्सी के लिए अपनों को ही दूर कर देती है। सियासत में सत्ता पाने के लिए अपने ही अपनों के खिलाफ जंग छिड़ी है।

जी हां, प्रयागराज के मेजा तहसील स्थित पांती (मेजा रोड) में पंचायत चुनाव का कुछ ऐसा ही नजारा देखा जा सकता है। जहां एक तरफ सास और बहू प्रधान पद के लिए मैदान में हैं, वहीं दो सगे भाई भी प्रधानी की कुर्सी के लिए आमने-सामने हैं। ऐसा नहीं है कि रिश्तेदारों समेत अपनों ने उन्हें समझाने का प्रयास नहीं किया। कुर्सी की चाह ऐसी कि सभी अपनी जीत के लिए सभी हदें पार करने को तैयार हैं। यही कारण है कि पांती (मेजा रोड) का चुनाव काफी रोचक हो गया है।

सास-बहू में रोचक है मुकाबला

मेजा ब्लाक के पांती (मेजा रोड) ग्राम सभा में प्रधान पद एससी वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। प्रधान पद की जोर आजमाइश के लिए वैसे तो 11 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन सास और बहू के बीच का मुकाबला काफी रोचक है। दोनों के बीच प्रधान पद के लिए मुकाबला है। सास एवं बहू अपने ढंग अपने विकास कार्य की योजनाओं को बता कर लोगों का समर्थन मांग रही है। दोनों ही इस मुकाबले में अपने को उन्नीस न मान कर दूसरे को हराने का समीकरण बता रही है। प्रधानी के इस चुनाव में सास और बहू में से कौन जीतेगा, इसका फैसला तो गांव की जनता ही करेगी। हालांकि दोनों इसके लिए प्रयासरत हैं।

सगे भाइयों में कुर्सी को लेकर जंग

पांती ग्राम सभा में 2000 से 2005 सत्र में एक महिला ग्राम प्रधान थीं। उनके निधन के बाद इस पंचायत के चुनाव में उनके दो बेटे चुनाव मैदान में हैं। परिवार एवं रिश्तेदारों ने उन्हें समझाने के लिए कई दौर की पंचायत भी हुई लेकिन दोनों अपने फैसले पर अडिग हैं। दोनों ही ग्रामीणों के बीच जाकर अपनी मां की विरासत को आगे बढ़ाने की बात कह रहे हैं। बहरहाल, किसे विकास करने का मौका मिलता है, यह गांव की जनता तय करेंगी लेकिन सगे भाइयों के बीच प्रधानी की यह जंग क्षेत्र में चर्चा बटोर रही है।

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