UP Panchayat Chunav 2021: मतदाता सूची से कटा नाम, प्रधान और बीडीसी प्रत्याशी के निशाने पर बीएलओ
UP Panchayat Chunav 2021एसडीएम मेजा रेनू सिंह ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है। इसकी गंभीरता से जांच कराई जा रही है। अगर ऐसा है तो इसमें सख्त से सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। इस तरह मेजा उरुवा एवं मांडा ब्लाक के भी कई गांवों में देखा गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। पंचायत चुनाव के दौरान इस बार कुछ गांवों में अंतिम मतदाता सूची में कई मतदाताओं के नाम काट दिए गए। ऐन मौके पर मतदाता सूची से नाम गायब हो जाने के बाद ऐसे गांवों के बीएलओ अब प्रधान एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रत्याशियों के सीधे निशाने पर है। कई गांवों में मतगणना के बाद बीएलओ को देख लेने की धमकी भी दी जा रही है। ऐसा ही एक मामला मेजा ब्लाक के डेलौहा गांव का है। यहां के बीएलओ ने अपनी खुद की जांच कराने एवं जान माल एवं स्वजनों की सुरक्षा की गुहार लगाया है।
मेजा ब्लाक के डेलौहा गांव में जाली मतदान को लेकर हुए हंगामे की चिंगारी अब भी सुलग रही है। जाली आधार कार्ड बनाने को लेकर मेजा पुलिस ने कंप्यूटर आपरेटर महेश कश्यप और राजकुमार उर्फ राजू को जेल भेज दिया है। साथ ही किस प्रधान प्रत्याशी द्वारा जाली आधार कार्ड बनवाया जा रहा था, इसको लेकर पड़ताल किया जा रहा है। इंस्पेक्टर मेजा अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि इस मामले की विवेचना में जिसका जिसका नाम सामने आएगा, उसे जेल भेजा जाएगा। यह मामला तो क्षेत्र ही नहीं बल्कि जिले में चर्चा का विषय रहा है। ताजा मामला मतदाता सूची के नाम काटने का सामने आया है। प्रधान पद के ज्यादातर प्रत्याशियों का आरोप है कि एक प्रत्याशी के इशारे पर गांव के पचास से भी ज्यादा लोगों का नाम अंतिम मतदाता सूची से कटवा दिया गया। इस बात को लेकर मतदान वाले दिन भी हंगामा हुआ था। जिसमें मतदाता सूची से नाम काटने का ठीकरा बीएलओ के सिर फूटा। प्रधान प्रत्याशियों के समर्थकों ने बीएलओ को धमकी देते हुए कहा कि मतगणना के बाद तुम्हें देख लिया जाएगा।
इसी बात से भयभीत बीएलओ रबिता ने संबंधित अधिकारियों को पत्र सौंपते हुए जांच कराने की मांग किया है। बीएलओ का कहना है कि कई बार कहने के बाद भी कुछ लोगों ने अपने कागजात उपलब्ध नहीं कराए थे। जिस कारण उनका नाम कट सकता है लेकिन ज्यादातर ऐसे नाम कटे हैं जिसके बारे में उन्हें खुद ही जानकारी नहीं है। इन कटे हुए नामों को लेकर न तो उन्होंने किसी प्रकार की कोई रिपोर्ट सौंपी है और न ही किसी प्रकार की कोई विलोपन सूची दिया है। लेकिन यह सच है कि गांव के कुछ लोगों के नाम मतदाता सूची से गलत ढंग से नाम कटे है। ऐसे में इस मामले की जांच होनी चाहिए। गांव के कुछ लोग उन्हें और उनके पति ओम नारायण जो रोजगार सेवक हैं को देख लेने की धमकी दे रहे हैं। इस संबंध में एसडीएम मेजा रेनू सिंह ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है। इसकी गंभीरता से जांच कराई जा रही है। अगर ऐसा है तो इसमें सख्त से सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। इस तरह मेजा, उरुवा एवं मांडा ब्लाक के भी कई गांवों में देखा गया है।