मिजोरम के पूर्व राज्‍यपाल को यूपी के मंत्री ने दिया भरोसा, कहा- श्रीराम मंदिर की तरह कोल्लम में बनेगा जटायु मंदिर

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन तीन दिन के प्रयागराज प्रवास पर हैं। उन्होंने कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से मुलाकात की। राजनीतिक विमर्श के दौरान अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर की भव्यता और दिव्यता पर भी चर्चा हुई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 05:55 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 05:55 PM (IST)
मिजोरम के पूर्व राज्‍यपाल को यूपी के मंत्री ने दिया भरोसा, कहा- श्रीराम मंदिर की तरह कोल्लम में बनेगा जटायु मंदिर
मिजोरम के पूर्व राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन इन दिनाें प्रयागराज प्रवास पर हैं।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर की ऊर्जा केरल के काेल्लम जिले के जटायुमंगलम पहाड़ी पर स्थित जटायु मंदिर तक पहुंच चुकी है। वहां भी भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण कराया जाएगा। यह भरोसा कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शनिवार को अपने निवास पर मिजोरम के पूर्व राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन के साथ वार्ता के दौरान दिलाया। कुम्मनम राजशेखरन केरल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। वह श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर तिरुअनंतपुरम केरल के ट्रस्टी भी हैं।

मिजोरम के पूर्व राज्‍यपाल ने मंत्री सिद्धार्थनाथ से की मुलाकात

अपने तीन दिन के प्रयागराज प्रवास की शुरुआत उन्होंने कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से मुलाकात की। राजनीतिक विमर्श के दौरान अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर की भव्यता और दिव्यता पर भी चर्चा हुई। पूर्व राज्यपाल ने कहा कि माता सीता के सम्मान की रक्षा के लिए जटायु ने प्राणों की आहुति दी थी। उनके बलिदान ने भारतीय नैतिक मूल्यों को भी बरकरार रखा। रावण के साथ हुआ युद्ध जटायु ने निस्वार्थ भाव से लड़ा। उनके समर्पण का सम्मान हम सब को करना चाहिए। जिस जगह पर जटायु ने अपनी चोंच से चट्टान को रगड़ा वहां आज एक जलकुंड है। उसे 'कोक्कोरणी' के नाम से जाना जाता है।

केरल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा

केरल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष बोले कि मान्यता है कि इसी स्थान पर श्रीराम ने जटायु का सिर अपनी गोद में रखा और सीता हरण की पूरी कथा सुनी। उनकी मृत्यु के पश्चात अंतिम संस्कार भी सम्मानपूर्वक किया। श्रद्धालु इस स्थान पर पूजन व दर्शन के लिए आज भी जाते हैं। इस स्थान पर श्रीराम के चरणों के भी निशान हैं। वहां 501 सीढ़ियों की श्रृंखला बनाने का प्रयास शुरू किया गया है। उक्त स्थान पर जटायु का दिव्य मंदिर भी बनाने की योजना है।

मंत्री सिद्धार्थ नाथ ने सहयोग का भरोसा दिलाया

उन्‍होंने कहा कि इस कार्य में सभी के सहयोग की जरूरत है। अयोध्या के श्रीराम मंदिर को जटायु मंदिर से भी जोड़ा जाए तो पर्यटन का विकास होगा साथ ही सनातन संस्‍कृति को भी बल मिलेगा। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार व आम जन भी इस मंदिर के निर्माण में सहयोग देंगे। इसे लेकर देश में जन जागरूकता के लिए भी प्रयास होगा।

गोशाला का दर्शन कर गोमाता को खिलाया गुड़

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन विहिप की ओर से संचालित गोशाला गोधाम झूंसी भी गए। वहां गो माता को गुड़ खिलाया और विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे स्व. अशोक सिंघल के चित्र पर भी पुष्प अर्पित किए। गोशाला की व्यवस्था की सराहना कर सभी को गो सेवा के लिए प्रेरित किया। इस दौरान गोशाला प्रबंध समिति के सदस्य हनुमान प्रसाद उपाध्याय, विवेक पांडेय गोरक्षा के प्रांत मंत्री लाल मणि तिवारी व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

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