UP Council School: समृद्ध हस्त पुस्तिका से 100 दिन होगी पढ़ाई, फिर विद्यार्थियों की होगी परीक्षा Prayagraj News

UP Council School विद्यालय खुलने के पहले दिन से ही इस अभियान की शुरुआत होगी जो 100 दिन तक चलेगा। खंड शिक्षाधिकारी सभी प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक करेंगे। शिक्षा चौपाल का भी आयोजन कर कार्य योजना बनाएंगे। इस कार्यक्रम में एआरपी एसआरजी और शिक्षक संकुल की विशेष भूमिका रहेगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 11:32 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 11:32 AM (IST)
UP Council School: समृद्ध हस्त पुस्तिका से 100 दिन होगी पढ़ाई, फिर विद्यार्थियों की होगी परीक्षा Prayagraj News
परिषदीय स्कूल में एक मार्च से कक्षाएं शुरू होगी। विद्यार्थियों की समझ बढ़ाने के लिए समृद्ध हस्तपुस्तिका का प्रयोग होगा।

प्रयागराज, जेएनएन। परिषदीय स्कूलों में एक मार्च से भौतिक कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। विद्यार्थियों की समझ बढ़ाने के लिए समृद्ध हस्तपुस्तिका का प्रयोग किए जाने का निर्देश दिया गया है। इससे रिमिडियल शिक्षण होगा। 100 दिन के बाद सभी विद्यार्थियों का आंकलन भी एसएटी-3 परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। सभी स्कूल छात्र-छात्राओं का रिपोर्ट कार्ड भी बनाएंगे। अभिभावकों की उपस्थिति में यह रिपोर्ट कार्ड बांटा जाएगा। परीक्षा के संबंध में निर्देश बाद में राज्य परियोजना कार्यालय से जारी किए जाएंगे। 

प्रेरणा ज्ञानोदय कैंप का किया जाएगा आयोजन

अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की तरफ से जारी पत्र में निर्देशित किया गया है कि कोविड प्रोटोकाल के संबंध में उत्पन्न जिज्ञासाओं को दूर करने तथा मिशन प्रेरणा के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अभियान मोड में कार्य करने की जरूरत है। प्रेरणा ज्ञानोत्सव कैंपेन के तहत कई गतिविधियां होनी हैं। विद्यालय खुलने के पहले दिन से ही इस अभियान की शुरुआत होगी जो 100 दिन तक चलेगा। खंड शिक्षाधिकारी सभी प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक करेंगे। शिक्षा चौपाल का भी आयोजन कर कार्य योजना बनाएंगे। इस कार्यक्रम में एआरपी, एसआरजी और शिक्षक संकुल की विशेष भूमिका रहेगी। 

विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक भी होगी

विद्यालय खुलने के बाद प्रधानाध्यापक नव गठित विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों की बैठक बुलाएंगे। इसमें विद्यालय संचालन की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी। शिक्षा चौपाल को लेकर भी सभी की राय लेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी गांव और मोहल्लों में शिक्षा चौपाल का आयोजन हो। इसमें अभिभावकों की सक्रिय भूमिका होने के लिए प्रयास किए जाएंगे।

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