यूपी के कैबिनेट मंत्री नंदी ने कहा- बुराई कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अच्छाई के सामने टिक नहीं सकती
यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने सभी का आह्वान किया कि वह दुर्गा पूजा एवं दशहरा पारस्परिक सद्भाव आपसी भाईचारा एवं शांतिपूर्ण तरीके से हर्षोल्लास के साथ मनाएं। कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितांत आवश्यक है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन, अल्पसंख्यक कल्याण, राजनीतिक पेंशन, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि दुर्गा पूजा एवं दशहरा का हर्ष एवं उल्लास का पर्व है। विजयादशमी असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। इस दिन रावण का वध कर यह संदेश दिया जाता है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अच्छाई के सामने ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकती।
कैबिनेट मंत्री ने सभी को दुर्गा पूजा व दशहरा की दी बधाई
यूपी के कैबिनेट मंत्री नंदी ने सभी को दुर्गा पूजा एवं दशहरा की बधाई दी है। कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम सत्य, न्याय, शांति, परोपकार और लोक कल्याण के लिए समर्पित थे। नैतिकता, मानवीयता और सामाजिक मूल्यों के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन सद्मार्ग पर चलने एवं आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करता है। यह पर्व हमें आशा, उत्साह और ऊर्जा के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का संदेश देता है।
बोले, कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सचेत रहने की आवश्यकता
कैबिनेट मंत्री ने सभी का आह्वान किया कि वह दुर्गा पूजा एवं दशहरा पारस्परिक सद्भाव, आपसी भाईचारा एवं शांतिपूर्ण तरीके से हर्षोल्लास के साथ मनाएं। कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितांत आवश्यक है। शरीरिक दूरी के नियम का भी जरूर पालन किया जाए। जब भी बाहर निकलें मास्क का प्रयोग जरूर करें। त्यौहारों की खुशी में महामारी से बचाने के जतन भी करने जरूरी हैं।
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी दी बधाई
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी इन दिनों प्रयागराज में हैं। उन्होंने कहा कि सभी को दशहरा की लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पर्व पर सौहार्द का वातावरण बना रहे, इस बात की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की है। बोले कि पर्व सभी जोड़ते हैं, भाईचारा का पाठ पढ़ाते हैं। जहां मनमुटाव भी हो उसे खत्म करने का अवसर देते हैं। यदि हम ऐसा करने में सफल हो जाएं तो ही पर्व की महत्ता है।