UP Board स्थापना के 100वें वर्ष पर मनाएगा शताब्दी समारोह, सम्मानित होंगे पुरा छात्र

यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार में दोनों उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य भी यूपी बोर्ड से पढ़े हैैं। इनके अलावा भी कई विभूतियां हैैं जिन्होंने यूपी बोर्ड के विद्यालयों से शिक्षा अर्जित कर देश और प्रदेश में विविध क्षेत्र में गौरव बढ़ाया।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 07:40 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 06:43 PM (IST)
UP Board स्थापना के 100वें वर्ष पर मनाएगा शताब्दी समारोह, सम्मानित होंगे पुरा छात्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी यूपी बोर्ड से शिक्षित होने का किया जा रहा सत्यापन

प्रयागराज, राज्य ब्यूरो। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) अपनी स्थापना के 100वें वर्ष 2021 को शताब्दी समारोह के रूप में मनाने की तैयारी में जुटा है। आयोजन को लेकर की जा रही तैयारियों के साथ बोर्ड अपने यहां से पढ़कर निकले ऐसे पुरा छात्रों की सूची तैयार करा रहा है, जो प्रदेश व देश के स्तर पर ख्यातिनाम हैैं। उन्हें सम्मानित करने की भी योजना है। जिलों ने ऐसे 1843 पुरा छात्रों के नाम भेजे हैैं, जो ज्यादा हैैं। ऐसे में परिषद सचिव ने नामों की सूची लौटा दी है और देश-प्रदेश में किए गए योगदान के क्रम में 200 से 250 नाम भेजने को कहा है।

मुख्यमंत्री योगी का भी नाम हो सकता है शामिल

यूपी बोर्ड अपनी उपलब्धियों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी देख रहा है। वह उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल के रहने वाले हैैं। दरअसल, जब योगी आदित्यनाथ पढ़ाई कर रहे थे, तब उत्तराखंड अलग राज्य न बनकर उत्तर प्रदेश में था। ऐसे में बोर्ड को पता चला कि उन्होंने यूपी बोर्ड से पढ़ाई की है। इसका सत्यापन कराकर बोर्ड योगी को अपनी उपलब्धियों में दर्ज करेगा।

राष्ट्रपति और दोनों डिप्टी सीएम भी रहे यूपी बोर्ड के छात्र

यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार में दोनों उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य भी यूपी बोर्ड से पढ़े हैैं। इनके अलावा भी कई विभूतियां हैैं, जिन्होंने यूपी बोर्ड के विद्यालयों से शिक्षा अर्जित कर देश और प्रदेश में विविध क्षेत्र में गौरव बढ़ाया है। इनमें राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का नाम तो शीर्ष पर है ही।

शताब्दी समारोह आयोजित करने को लेकर तिथि अभी स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन तैयारियां शुरू कर दी गई हैैं। योजना तैयार की जा रही है कि शताब्दी समारोह को लेकर यूपी बोर्ड मुख्यालय के साथ-साथ प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी आयोजन हो। समारोह में देश-प्रदेश में योगदान देने वाले पुरा छात्रों को बुलाकर सम्मानित करने की भी तैयारी चल रही है।

chat bot
आपका साथी