...जब एंबुलेंस कर्मी बने डाक्‍टर, वीडियो काल पर चिकित्‍सक ने दी सलाह और एंबुलेंस में हुई डिलीवरी

जसरा ब्‍लाक के सोनौरी गांव में प्रसव पीड़ा से कराह रही गर्भवती महिला मनीषा देवी के लिए एंबुलेंस कर्मी ही डाक्टर बन गए। एंबुलेंस कर्मियों ने वीडियो काल के जरिए डाक्टर से उसकी हालत दिखाई और फिर उनके बताए अनुसार एंबुलेंस में ही सफल डिलीवरी की गई।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 01:45 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 01:45 PM (IST)
...जब एंबुलेंस कर्मी बने डाक्‍टर, वीडियो काल पर चिकित्‍सक ने दी सलाह और एंबुलेंस में हुई डिलीवरी
प्रयागराज में अनोखा प्रसव हुआ। वीडियो काल पर डाक्‍टर की सलाह के बाद एंबुलेंस में महिला ने बच्‍ची जना।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। वह प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। इतना भी वक्‍त न था कि उसे अस्‍पताल ले जाया जा सके। हालांकि एंबुलेंस आई और उससे गर्भवती को अस्‍पताल ले जाने लगे। इसी बीच दर्द से महिला चिल्‍लाने लगी। यह देख एंबुलेंस सेवा के ईएमटी को एक तरकीब सूझी। उन्‍होंने आनन-फानन में महिला डाक्‍टर को वीडियो काल किया। डाक्‍टर ने गर्भवती महिला की हालत देखी फिर उन्‍होंने प्रसव करने की सलाह दी। डाक्‍टर जैसे-जैसे बताते गए, उसी के अनुसार करते हुए सफल डिलीवरी कर दी गई। इस अनूठे प्रयास की सभी मुक्‍त कंठ से प्रशंसा कर रहे हैं।

प्रयागराज के जसरा ब्‍लाक क्षेत्र का मामला

यह मामला प्रयागराज जनपद के जसरा ब्‍लाक से संबंधित है। जसरा ब्‍लाक के सोनौरी गांव में प्रसव पीड़ा से कराह रही गर्भवती महिला मनीषा देवी के लिए एंबुलेंस कर्मी ही डाक्टर बन गए। एंबुलेंस कर्मियों ने वीडियो काल के जरिए डाक्टर से उसकी हालत दिखाई और फिर उनके बताए अनुसार एंबुलेंस में ही सफल डिलीवरी हुई। मनीषा ने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद एंबुलेंस कर्मियों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसरा में भर्ती कराया। फिलहाल जच्चा बच्चा सुरक्षित हैं।

बीच रास्‍ते में महिला का सफल प्रसव

एंबुलेंस सेवा के ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) घनश्याम पटेल ने बताया कि सोनौरी गांव से सूचना आई थी। इस पर वे एंबुलेंस लेकर वहां पहुंचे तो देखा कि मनीषा देवी दर्द से कराह रही थी। तत्‍काल मनीषा को  लेकर वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसरा के लिए ओर रवाना हुए। हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही बीच रास्ते उसका प्रसव कराना पड़ा। इस दौरान आशा कार्यकर्ता रीता देवी और गर्भवती मनीषा के पति सुभाष भी मौजूद रहे। अस्पताल ले जाने पर डाक्टरों ने सामान्य इलाज के बाद दवा देकर जच्चा और बच्चा को स्वस्थ देख उन्‍हें घर भेज दिया।

एंबुलेंस सेवा के ईएमटी घनश्‍याम पटेल की हो रही तारीफ

एंबुलेंस सेवा के ईएमटी घनश्याम पटेल ने कहा कि जब गर्भवती को लेकर अस्पताल जा रहे थे तभी उसे दर्द तेज हो गया। लगा कि जरा भी देरी हुई तो महिला की जान भी जा सकती है। इसलिए उन्‍होंने मौके की नजाकत देखकर फौरन लखनऊ कंट्रोल रूम से संपर्क किया। वहां से एक महिला डाक्टर ने वीडिया काल पर बात की और उनके बताए अनुसार महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। घनश्‍याम पटेल के इस बेहतर कार्य को मनीषा, उसके घरवालों के साथ ही ग्रामीण भी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। उनका कहना है कि उन्‍हीं की वजह से आज जच्‍चा और बच्‍चा सुरक्षित हैं। स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में ऐसे ही लोगों की आवश्‍यकता है।

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