मतांतरण जैसे गंभीर मुद्दे पर विपक्ष का राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण, बोले प्रयागराज में भाजपा के महानगर अध्यक्ष
भाजपा यमुनापार जिलाध्यक्ष का कहना है कि मतांतरण के जितने भी मामले आ रहे हैं वह सब हमारी संस्कृति पर हमले की तरह है। इसका प्रतिकार सभी को करना चाहिए। मतांतरण कराने वालों को भी इस विषय पर विचार करना चाहिए
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दबाव व प्रलोभन देकर मतांतरण कराना गंभीर बात है। यह भारतीय संविधान की भावना का भी उल्लंघन है। इसे लेकर विपक्ष निरंतर राजनीति करता रहता है और आरोप भाजपा पर मढ़ता है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कहना है भाजपा के महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी का।
इस मसले पर सख्त कानून की है जरूरत
मतांतरण जैसे मामले प्राय: सामने आते रहते हैं। इनमें जब भी किसी पर कार्रवाई होती है तो कांग्रेस, सपा, बसपा सहित तमाम दल के लोग राजनीति शुरू कर देते हैं। वास्तव में ऐसी गतिविधियों से सामाजिक सद्भाव बिगड़ता है। इसे रोकने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए। अब वक्त आ चुका है कि इस मामले पर कड़े कानून बनें और उनपर अमल भी हो। दोषियों को सजा भी दी जाए। ऐसा न होने पर हम अपनी राष्ट्रीय और सांस्कृतिक पहचान को खो देंगे। यह किसी व्यक्ति के स्तर तक सीमित नहीं है बल्कि समूची संस्कृति को नष्ट करने का कुचक्र है।
संस्कृति को बचाने के लिए मतांतरण को रोकना है जरूरी
भाजपा यमुनापार जिलाध्यक्ष का कहना है कि मतांतरण के जितने भी मामले आ रहे हैं वह सब हमारी संस्कृति पर हमले की तरह है। इसका प्रतिकार सभी को करना चाहिए। मतांतरण कराने वालों को भी इस विषय पर विचार करना चाहिए कि वह अपने देश की संस्कृति के साथ व राष्ट्रीयता के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं। ऐसा करना वास्तव में अपने राष्ट्रीय दायित्व के साथ भी धोखा है। हमारी मान्यता है कि राष्ट्र धर्म सब से ऊपर होता है। उसके बाद हमारी अपनी धार्मिक मान्यताएं होती है।