कोरोना की तीसरी लहर से बेखबर, बिना मास्क के चल रहा शहर
कोरोना की तीसरी लहर की आने की आहट मिल रही है लेकिन लोग बेफिक्र हैं। कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को लेकर इस बार केंद्र और प्रदेश सरकार जितनी ज्यादा चिंता में है आम अवाम उतना ही गलतफहमी की शिकार है। जिस मास्क ने कोरोना सहित अन्य संक्रामक बीमारियों से अब तक बचाया है लोग उसी को तिलांजलि दे बैठे हैं। शहर बिना मास्क के ऐसे चल रहा है मानो कोरोना वायरस न तो पहले कभी था न ही आएगा। जिन्हें सार्वजनिक स्थान पर लोगों को मास्क पहनने पर मजबूर करना है वे खुद भी अपने 'चालान' की प्रतीक्षा में हैं।
शहर के हालात बताते हैं कि अनुमानित 20 फीसद लोग ही नियमित रूप से मास्क लगा रहे हैं। बाजार की भीड़, प्रतिष्ठानों और खासकर खाद्य सामग्री की दुकानों पर दुकान संचालक से लेकर कर्मचारियों तक में लापरवाही, सब्जी के ठेलों, सब्जी मंडियों और यहां तक कि चौक स्थित संकरी गलियों वाले बरामद मार्केट में भी न मास्क का इस्तेमाल सभी कर रहे हैं न वहां शारीरिक दूरी के कोई मायने रह गए हैं।
सरकार की गाइडलाइन में कोरोना से बचने के तीन प्रमुख हथियार बताए गए हैं। मास्क, हैंड सैनिटाइजर और दो गज की शारीरिक दूरी। इन आसान हथियारों का इस्तेमाल लाक डाउन और कोरोना की दूसरी लहर के प्रभावशाली रहने तक ही हुआ। इसके बाद लहर के कमजोर पड़ते ही शहर पुराने ढर्रे पर है। कहते हैं व्यापारी
मास्क लगाने से हमारी ही सेफ्टी है। कोरोना खतरनाक वायरस है, इससे बचने के लिए मास्क को लगाए रहना जरूरी है।
अजय कुमार गुप्ता, नखास कोहना अपना व स्टाफ का रखते हैं ख्याल
ग्राहकों से टोकाटोकी एक सीमा तक ही करते हैं। रोजी पर बैठना मजबूरी भी है। अपना और स्टाफ का ख्याल रखते हुए मास्क लगाते हैं।
एहतेशाम, व्यापारी चौक खतरा है बरकरार
कोरोना का खतरा बरकरार है। मास्क लगाने में परेशानी ही क्या है। इसी ने अब तक कोरोना से बचाए रखा है। सभी का इस्तेमाल करें।
आशीष, व्यापारी चौक मास्क लगाएं तो बेहतर
डाक्टरों के पास जाते हैं, इसलिए मास्क लगाए रहते हैं। दूसरों को भी चाहिए कि कोरोना के खतरे को देखते हुए मास्क लगाएं।
आलोक श्रीवास्तव, मेडिकल रिप्रजेंटेटिव आइजी का संदेश बेअसर
कोरोना की दूसरी लहर के तीव्र होने के दौरान पुलिस ने सड़क व चौराहों पर कुछ दिनों की सख्ती की थी। रोज सैकड़ों लोगों के चालान काटे गए, थानों के पास पुलिस जवानों ने बिना मास्क वाले राहगीरों को डांट फटकार के बाद मास्क भी दिए। लेकिन, अब वही पुलिस बिना मास्क के ड्यूटी पर है। जबकि आइजी जोन केपी सिंह सहित अन्य अधिकारियों के संदेश संदेश लगातार प्रसारित हो रहे हैं कि सभी लोगों को मास्क लगाना जरूरी है।