यूजीसी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के महिला छात्रावासों में सुधार के निर्देश Prayagraj News

दो दिसंबर को ऋचा सिंह ने महिला छात्रावास में असुविधा और भयावह स्थिति का वर्णन तथा विश्वविद्यालय व विवि अनुदान आयोग की मार्गदर्शिका की अवमानना का भी प्रश्न उठाया गया था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 08:47 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 08:47 PM (IST)
यूजीसी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के महिला छात्रावासों में सुधार के निर्देश Prayagraj News
यूजीसी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के महिला छात्रावासों में सुधार के निर्देश Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन । इलाहाबाद विश्वविद्यालय में महिला छात्रावास का मुद्दा यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) से लेकर संसद तक पहुंच चुका है। यूजीसी की ओर से विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर निर्देश दिया गया है कि महिला छात्रावासों की स्थिति में सुधार किया जाए।

पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष की शिकायत पर यूजीसी ने भेजा पत्र

विवि की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ऋचा सिंह की शिकायत पर यूजीसी ने यह पत्र भेजकर निर्देश दिया है। पिछले दिनों राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के महिला छात्रावासों में अव्यवस्था का मुद्दा उठाया था। इसी क्रम में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अवर सचिव कुलविंदर कौर ने विवि के कुलसचिव को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि  दो दिसंबर को ऋचा सिंह ने महिला छात्रावास में असुविधा और भयावह स्थिति का वर्णन तथा विश्वविद्यालय व विवि अनुदान आयोग की मार्गदर्शिका की अवमानना का भी प्रश्न उठाया गया था। महिला छात्रावासों में छात्राओं की सुरक्षा एक गंभीर प्रकरण है। ऐसे में छात्राओं की सुरक्षा व आवास की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

राज्यसभा सभापति से की शिकायत

ऋचा ने राज्यसभा के सभापति को पत्र भेजकर अवगत कराया है कि इलाहाबाद विवि के जिम्मेदार लोगों ने सदन की उपेक्षा की है। पत्र के जरिए उन्होंने अवगत कराया कि पांच दिसंबर को चीफ प्रॉक्टर ऑफिस में बैठक की गई। इसमें सांसद जया बच्चन द्वारा सदन में उठाए गए सवालों को 'आरोपÓ कहकर खंडित किया गया है जो सदन के विशेषाधिकार की अवमानना है। ऐसे में चीफ प्रॉक्टर व बैठक में शामिल अन्य शिक्षकों को तलब किया जाए व सदन की अवमानना की कार्यवाही की जाए।

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