यूजीसी ने इविवि से मांगा 15 शिकायतों का जवाब

विवादों से चोली-दामन जैसा नाता रखने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) से अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने 15 शिकायतों का ब्यौरा तलब किया है। यूजीसी के अपर सचिव एएस सजवन और सेक्शन ऑफिसर ललिता अरोरा ने इविवि के रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल को पत्र भेजकर सभी प्रकरण में जवाब मांगा है। इसके बाद से इविवि प्रशासन में खलबली मची है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 07:55 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 07:55 PM (IST)
यूजीसी ने इविवि से मांगा 15 शिकायतों का जवाब
यूजीसी ने इविवि से मांगा 15 शिकायतों का जवाब

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : विवादों से चोली-दामन जैसा नाता रखने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) से अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने 15 शिकायतों का ब्यौरा तलब किया है। यूजीसी के अपर सचिव एएस सजवन और सेक्शन ऑफिसर ललिता अरोरा ने इविवि के रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल को पत्र भेजकर सभी प्रकरण में जवाब मांगा है। इसके बाद से इविवि प्रशासन में खलबली मची है। इविवि के शारीरिक शिक्षा विभाग में पीएचडी प्रवेश में धांधली के मामले में भी अब यूजीसी के तेवर सख्त हो गए हैं।

अभ्यर्थी मो. शाबिर ने मामले की शिकायत यूजीसी से की थी। बाद में पता चला कि विभाग से सारे दस्तावेज ही गायब हो गए हैं। इस प्रकरण की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया लेकिन इविवि प्रशासन की लापरवाही के चलते अब तक समस्या का निस्तारण नहीं हो सका। मो. शाबिर की तरफ से लगातार पांच शिकायतों पर इविवि प्रशासन ने कार्रवाई का ब्यौरा तलब किया है। इसके अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) के अध्यक्ष प्रोफेसर रामसेवक दुबे की तरफ से की गई शिकायत को भी यूजीसी ने गंभीरता से लिया है। प्रोफेसर दुबे ने नियमित कुलपति के लिए गठित सर्च कमेटी में विवादित सदस्य को शामिल करने का आरोप लगाते हुए कमेटी भंग करने की मांग की थी। हालांकि, कुलपति की नियुक्ति हो जाने के बाद यूजीसी ने इस प्रकरण में जवाब तलब किया है। इसके अलावा इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता आशुतोष द्विवेदी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय पीजी कॉलेज में 12 शिक्षणेत्तर पदों पर अवैधानिक और नियमों के विपरीत नियुक्ति का आरोप लगाया था। साथ ही आरसी त्रिपाठी, सुरेश चंद्र ओझा, विनोद कुमार और विश्वजीत सिंह की तरफ से अलग-अलग मामलों की शिकायत की गई थी।

chat bot
आपका साथी