रिटायर्ड न्यायमूर्ति के खाते से रुपये उड़ाने वाले गिरफ्तार, प्रयागराज पुलिस ने झारखंड के देवघाट में दबोचा दोनों शातिरों को
दो दिन पहले कैंट इंस्पेक्टर सुधीर कुमार सोनी को साइबर सेल ने जानकारी दी कि शातिर झारखंड के देवघाट जनपद के रहने वाले हैं। इसके बाद इंस्पेक्टर जिले के साइबर सेल के दो सिपाहियों को लेकर देवघाट जनपद के चितरा थाने पहुंच गए। वहां के सहायक उपनिरीक्षक को लगाया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। हाईकोर्ट की रिटायर्ड न्यायमूर्ति के खाते से मोटी रकम रुपये उड़ाने वाले दो साइबर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को झारखंड के देवघाट जनपद से पकड़ा गया है। पुलिस का कहना है कि देवघाट में जामताड़ा के सैकड़ों लोग इंटरनेट और फोन के जरिए ठगी के अपराध में लिप्त हैं।
साइबर सेल लखनऊ ने अपराधियों के बारे में पुलिस को दिया था इनपुट
सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति के खाते से पिछले दिनों साइबर शातिरों ने पांच लाख रुपये निकाल लिए थे। इसकी रिपोर्ट कैंट थाने में दर्ज कराई गई थी। जिले के साथ ही लखनऊ स्थित पीएचक्यू की साइबर सेल भी मामले की तफ्तीश में लगी थी। दो दिन पहले कैंट इंस्पेक्टर सुधीर कुमार सोनी को साइबर सेल ने जानकारी दी कि शातिर झारखंड के देवघाट जनपद के रहने वाले हैं। इसके बाद इंस्पेक्टर जिले के साइबर सेल के दो सिपाहियों को लेकर देवघाट जनपद के चितरा थाने पहुंच गए। वहां के सहायक उपनिरीक्षक को लगाया गया। टीम ने नीरज कुमार मंडल उर्फ राकेश निवासी राऊतारा (गांजा मोड़) थाना चितरा व तपन मंडल निवासी सुपाईडीह (दक्षिण बहाल) थाना जामताड़ा को पकड़ लिया। वहां उनका ट्रांजिट रिमांड बनवाकर कैंट पुलिस गुरुवार को दोनों को लेकर यहां आई। पूछताछ में बताया कि वे लोगों को फोन कर अपने झांसे में ले लेते हैं। इसके बाद बैंक की डिटेल हासिल कर खाते की रकम को एप के माध्यम से अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। दोनों ने अपने दो और साथियों के नाम बताए। हालांकि, वे फरार हैं। फरार दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए कैंट इंस्पेक्टर ने चितरा पुलिस की मदद मांगी है।