धूमधाम से हुआ तुलसी माता व शालिग्राम भगवान का विवाह

नारीबारी उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा पर नारीबारी के पास गुरुवार को तुलसी विवाह का

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 11:12 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 11:12 PM (IST)
धूमधाम से हुआ तुलसी माता व शालिग्राम भगवान का विवाह
धूमधाम से हुआ तुलसी माता व शालिग्राम भगवान का विवाह

नारीबारी : उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा पर नारीबारी के पास गुरुवार को तुलसी विवाह का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। ढोल नगाड़ों के साथ बरात निकाल द्वारपूजा, पऊपुजी, विदाई आदि के साथ विधि-विधान से किया गया।

नारीबारी क्षेत्र के पटिवार गांव से वर पक्ष के यहां से शालिग्राम भगवान की बरात प्रदीप कुमार व उनका पूरा परिवार मित्र इस तुलसी विवाह में बराती बने। बरात ढोल नगाड़ों के साथ जगह-जगह स्वागत होते हुए चाकघाट के हनुमान मंदिर के आगे दुर्गा प्रसाद सोनी के आवास पर बने मंडप पर पहुचीं। बरात के पहुचने के बाद वधूपक्ष के मनीष सोनी, प्रदीप सोनी, शिवप्रसाद सोनी, आशीष सोनी व उनके परिवार ईष्टमित्रों ने बरात का जोरदार स्वागत किया। इसके बाद मंडप में ठाकुर जी का संकीर्तन हुआ। शालिग्राम भगवान और तुलसी माता का विवाह पूरे विधि-विधान के साथ सामान्य विवाह की तरह हुए। जिसमें द्वारचार, विवाह गीत, भजन, गाली, विदाई गीत व तुलसी विवाह आदि मंगलगायन हुआ। आचार्य पंडित प्रदीप कुमार मिश्र ने विवाह कराते हुए सैकड़ों महिलाओं सहित तुलसी माता व शालिग्राम भगवान की पऊपुजी की। इसके बाद तुलसी माता और शालिग्राम भगवान के सात फेरे के बाद भोजन व मड़वा हिलाई जैसे कार्यक्रम कराते हुए पूरी सामग्री के साथ विदाई कराई गई। मान्यता है कि तुलसी विवाह करवाने से दांपत्य जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इसके बाद बरातियों कों भोजन कराकर दक्षिणा दिया गया। तुलसी विवाह में भगवान शालिग्राम के बराती गंगा प्रसाद गुप्ता, सोहनलाल गुप्ता, दिलीप कुमार चतुर्वेदी, प्रदीप कुमार, बदन मिश्रा आदि रहे तो वहीं घरात पक्ष से मीना सोनी, इतिश्रीनी, मनीष, प्रदीप, शिवप्रसाद सोनी, आशीष सोनी आदि मुख्य रूप से रहे। घरात पक्ष के महिलाओं ने भाग लेकर भारी मात्रा में पउपुजि किया। उसके बाद तुलसी माता की नम आंखों से विदाई किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के चाकघाट कस्बा के केसरवानी समाज के लोग भी भारी संख्या में उपस्थित रहे।

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