कौशांबी में तीन सौ करोड़ से होगा पर्यटन स्थलों का सुंदरीकरण, बोटिंग और ओपन एयर थियेटर का लें लुत्फ
जिले के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों के सौंदर्यीकरण के लिए शासन को 300 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। 90 लाख रुपये अवमुक्त किए गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद कौशांबी में पर्यटन स्थलों को सजाने व संवारने की पहल शुरू कर दी गई है। बुद्ध की तपोस्थली को भव्य रूप देने के लिए तीन सौ करोड़ की लागत का प्रस्ताव तैयार कराया गया है। प्रस्ताव भेजे जाने के बाद शासन की ओर से 90 लाख रुपये धन अवमुक्त किया जा चुका है। इतना ही नहीं, पर्यटकों को हर वह सुविधा तपोस्थली में मिले, जिसकी उन्हें जरूरत है, प्रस्ताव में इसका पूरा ख्याल रखा गया है। तपोस्थली के अलावा अलवारा झील, शीतला धाम मंदिर का सुंदरीकरण होगा।
जिले के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों का होगा सौंदर्यीकरण
कौशांबी के पर्यटन स्थल जल्द ही नए रूप में दिखेंगे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के निर्देश पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने तीन सौ करोड़ की लागत का प्रस्ताव तैयार कराया गया था। प्रस्ताव में यमुना नदी किनारे कौशांबी खास स्थित तपोस्थली के बाद शीतलाधाम को वरीयता दी गई है। तपोस्थली में भव्य पार्क, बौद्ध मंदिर, गेस्ट हाउस, सड़क, फौव्वारा, बच्चों के लिए अलग से पार्क आदि बनेगा। प्रस्ताव में विदेशी पर्यटकों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा गया है। सुविधाएं उच्च श्रेणी की होंगी ताकि पर्यटक जिले में ठहर कर यहां के इतिहास से रूबरू हों।
अलवारा झील में ले सकेंगे बोटिंग का लुत्फ
इसके अलावा शीतला धाम मंदिर का भी सुंदरीकरण होगा। अलवारा झील को खूबसूरत बनाया जाएगा। यहां भी पार्क की व्यवस्था के साथ ही बोटिंग की सुविधा होगी। क्रांतिकारी दुर्गा भाभी के गांव शहजादपुर में विकास कार्य कराए जाएंगे। शासन की ओर से अवमुक्त किए गए 90 लाख रुपये से कार्यदायी संस्था सीएनडीएस के जरिए तपोस्थली पर मल्टीपरपज हॅाल, ओपेन एयर थियेटर, लाइब्रेरी, रिसेप्शन टिकट स्टेशन आदि कार्य शुरू कर दिया गया है। इस संबंध में विधायक मंझनपुर लालबहादुर सिंह ने का कहना है कि जिले के धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों के सौंदर्यीकरण के लिए शासन को 300 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। 90 लाख रुपये अवमुक्त किए गए हैं, जिससे सौंदर्यीकरण चालू है। शेष धनराशि अवमुक्त किए जाने संबंधी मुख्यमंत्री को पत्र भेजा गया है।