Allahabad University में सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा तिलक भवन, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर होंगे कई कार्यक्रम

अब तिलक भवन सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा। सहायक जनसंपर्क अधिकारी डा. चित्तरंजन कुमार ने बताया कि आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव समारोह की अध्यक्षता करेंगी। समारोह में न्यायमूर्ति विजयलक्ष्मी मुख्य अतिथि होंगी।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 09:00 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 09:00 AM (IST)
Allahabad University में सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा तिलक भवन, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर होंगे कई कार्यक्रम
18 अगस्त 1995 को तत्कालीन कुलपति प्रो. सुरेश चंद श्रीवास्तव ने तिलक हॉल की आधारशिला रखी थी।

प्रयागराज, जेएनएन। तकरीबन एक दशक से उपेक्षित इलाहाबाद विश्वविद्यालय के तिलक भवन के दिन फिरने वाले हैं। अब यह सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा। सहायक जनसंपर्क अधिकारी डा. चित्तरंजन कुमार ने बताया कि आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव समारोह की अध्यक्षता करेंगी। समारोह में न्यायमूर्ति विजयलक्ष्मी मुख्य अतिथि होंगी।

निर्माण के बाद गुमनामी में रहा तिलक हॉल

18 अगस्त 1995 को तत्कालीन कुलपति प्रो. सुरेश चंद श्रीवास्तव ने तिलक हॉल की आधारशिला रखी थी। करीब दो साल बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह गौर ने 1997 में इसके निर्माण का बीड़ा उठाया। उन्होंने राशि निर्गत की बल्कि पहला पत्थर भी रखा। निर्माण के बाद तिलक हॉल गुमनामी में रहा। 23 अक्टूबर 2009 को तत्कालीन कुलपति प्रो. राजन हर्षे ने पुर्ननिर्माण के बाद फिर उद्घाटन किया। अगस्त 2020 में कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने पुन: उद्घाटन किया। 

नए सत्र में प्रो. आइआर सिद्दीकी को दाखिले का जिम्मा

इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत संघटक कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में दाखिले की कवायद शुरू कर दी गई है। रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर आइआर सिद्दीकी को प्रवेश प्रकोष्ठ का नया निदेशक नियुक्त किया गया है। कुलपति के निर्देश पर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।

इविवि में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में दाखिले की प्रक्रिया पूरी करने के लिए रक्षा अध्ययन विभाग के प्रोफेसर प्रशांत अग्रवाल को निदेशक नियुक्त किया गया था। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते प्रवेश प्रक्रिया में काफी देरी हुई। हालांकि, अभी तक संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट-2020) का रिजल्ट जारी नहीं हो सका है। जबकि प्रवेश परीक्षा 17 जनवरी को शहर के 14 केंद्रों पर ऑफलाइन मोड में हुई थी। इसका को-ऑर्डिनेटर प्रो. सिद्दीकी को बनाया गया था। सहायक जनसंपर्क अधिकारी डा. चित्तरंजन कुमार ने बताया कि प्रो. सिद्दीकी को प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक के अलावा नैनो साइंस एवं नैनो टेक्नोलॉजी सेंटर का संयोजक भी नियुक्त किया गया है।

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