वाह रे पुलिस! सिपाही ने की अपराधी की खातिरदारी, मुल्जिम ने इंस्पेक्टर को पहनाई माला
इसी सिपाही की एक और अपराधी के साथ बैठने की तस्वीर वायरल है। इतना ही नहीं इस सिपाही के सामने एक दारोगा खड़े हैं और वह पैर फैलाकर बैठा हुआ है। कहा तो यह भी जा रहा है कि सिपाही दबंग है और उससे दारोगा व दूसरे पुलिसकर्मी डरते हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। फाफामऊ में नाबालिग दलित से सामूहिक दुष्कर्म कर पूरे परिवार की हत्या के मामले में घिरी प्रयागराज पुलिस की छवि को कुछ पुलिसकर्मी और दागदार बना रहे हैं। होलागढ़ थाने में तैनात एक सिपाही ने जहां अपराधी की खातिरदारी की, वहीं झूूंसी थाने में धोखाधड़ी के आरोपित ने इंस्पेक्टर को माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया। दोनों प्रकरण से जुड़ी तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई है। मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो जांच बैठाई गई, लेकिन जाने क्यों अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस विभाग के ही सूत्रों का कहना है कि होलागढ़ थाने में कई साल से तैनात एक सिपाही खुद को थाने का कारखास बताता है। कुछ दिन पहले थाने में एक अपराधी आया था, जिसको उसने बैठने के लिए कुर्सी दी। कुर्सी सिपाही के बगल में उस जगह लगाई, जहां दारोगा या इंस्पेक्टर बैठते हैं। सामने टेबल पर एक रजिस्टर भी रखा था। उसे देखकर फरियादियों ने नया थानेदार तक समझ लिया था। इसी सिपाही की एक और अपराधी के साथ बैठने की तस्वीर वायरल हुई है। इतना ही नहीं, इस सिपाही के सामने एक दारोगा खड़े हैं और वह पैर फैलाकर बैठा हुआ है। कहा तो यह भी जा रहा है कि सिपाही दबंग है और उससे दारोगा व दूसरे पुलिसकर्मी डरते हैं। उधर, झूंसी थाने में धाेखाधड़ी के एक आरोपित ने इंस्पेक्टर को थाने के भीतर माला पहनाकर स्वागत किया। फिर अभिनंंदन वाली फोटो अपने फेसबुक एकाउंट पर शेयर किया। भदकार निवासी आरोपित के विरुद्ध झूंसी थाने में धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें उसके वांछित होने की बात कही जा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि दुष्कर्म के मुकदमे में गवाह को फर्जी ढंग से जेल भेजने के आरोप में पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। इसके बाद भी इस तरह का मामला प्रकाश में आ रहा है।
कहना है एसपी गंगापार का
प्रकरण की जानकारी मिली है। जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
- अभिषेक अग्रवाल, एसपी गंगापार