PMAY: मकान में भरा मिला भूसा, दरवाजे भी नदारद, जांच टीम ने फटकारा प्रतापगढ़ के अधिकारियों को
केंद्रीय टीम गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना की हकीकत को परखने के लिए पहुंची। अफसरों ने सबसे पहले जनार्दन यादव के आवास का निरीक्षण किया। देखा तो उसमें भूसा भरा था। उसमें दरवाजा व खिड़की नहीं लगी थी। प्लास्टर नहीं हुआ था।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रतापगढ़ पहुंची केंद्रीय टीम की जांच में लाभार्थियों के अधूरे प्रधानमंत्री आवास में भूसा रखा मिला। इसके साथ शौचालय भी लाभार्थी को मिलता है, वह भी नहीं बना था। यह देख केंद्रीय जांच दल के अधिकारी बिफर पड़े और पूरी तरह ठीक से बनाने का निर्देश दिया।
मनरेगा मजदूरों से बारी-बारी से ली जानकारी
नई दिल्ली से आई केंद्रीय टीम के नेशनल लेवल मानीटर डा. वीके पांडेय व आरएनपी सिंह गौरा ब्लाक के बोर्रा गांव में पहुंचे। गांव के पंचायत भवन में मनरेगा मजदूरों से बारी-बारी से मजदूरी के बारे मेें जानकारी ली और जाब कार्ड चेक किया। मनरेगा मजदूरों से पूछा कि काम करने के बाद मजदूरी खाते में आई। मजदूरों ने जवाब दिया हां खाते में पैसा आया है। इसके बाद टीम गांव में प्रधानमंत्री आवास की जांच करने पहुंची। अफसरों ने सबसे पहले जनार्दन यादव के आवास का निरीक्षण किया। देखा तो उसमें भूसा भरा था। उसमें दरवाजा व खिड़की नहीं लगी थी। प्लास्टर नहीं हुआ था। जबकि, आवास का पूरा पैसा लाभार्थी के खाते में आया था। इसके बाद वह वीरेंद्र यादव के आवास की जांच करने पहुंचे। देखा कि केवल पिलर बनाकर छोड़ दिया गया है। जांच में पता चला कि पूरा पैसा इन्हें मिल चुका है। टीम ने चेतावनी देते हुए आवास को पूरा करने का निर्देश दिया।
बिना दरवाजे के मिला पीएम आवास
निरीक्षण के दौरान गांव की बबिता के आवास में दरवाजा नहीं लगा था। शौचालय भी नहीं बना था। अधिकारियों ने शौचालय बनाने के लिए कहा। इसके बाद वह समर बहादुर के आवास की जांच करने पहुंचे। इस मकान में भी दरवाजा नहीं लगा था। प्लास्टर भी नहीं हुआ था। इसी तरह से लाभार्थी गेंदा, प्रेमा देवी के भी आवास में दरवाजा नहीं मिला। इसके बाद टीम गांव के तालाब की खोदाई, मनरेगा से कराए गए विकास कार्यों की जांच की। बीडीओ जितेंद्र कुमार सिंह को सचेत करते हुए कहा कि जो भी आवास अधूरे पड़े हैं। लाभार्थियों को हिदायत देकर इसे जल्द पूर्ण कराए जाएं। इसके बाद टीम सुलतानपुर गांव में आवास की जांच करने पहुंच गई। टीम ने लाभार्थियों से आवास को पूर्ण कराने को कहा। अफसरों ने परियोजना निदेशक डा. आरसी शर्मा से आवास के निर्माण आदि के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान लघु सिंचाई के अवर अभियंता अशोक सिंह, ग्राम विकास अधिकारी अभिजीत प्रताप सिंह व ग्राम प्रधान मदनलाल आदि मौजूद रहे। परियोजना निदेशक ने बताया कि टीम ने अधूरे आवास को पूर्ण कराने के लिए लाभार्थियों को कहा है।
दो दिनों तक रहेगी टीम
केंद्रीय टीम अभी दो दिनों तक जिले में रहेगी। आवास से संबंधी कार्यों की जांच करेगी। बुधवार को टीम किस ब्लाक में रहेगी, अभी तय नहीं हुआ है। हालांकि, अफसर दो दिन के भीतर कई और गांवों में आवास के निर्माण की हकीकत खंगालने पहुंचेंगे।