गले नहीं उतर रही पुलिस मुठभेड़ की कहानी, मृतक की पत्नी ने प्रतापगढ़ पुलिस को कहा कातिल

तौफीक को पकड़ने के लिए स्वाट टीम ने शनिवार की रात दबिश दी। तौफीक की पत्नी आलिया पुलिस पर पति की हत्या का आरोप लगा रही है। आलिया के मुताबिक पुलिस से बचने को उनका पति भागा तो उसकी पीठ में पुलिस ने उसे गोली मार दी

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 06:40 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 06:40 AM (IST)
गले नहीं उतर रही पुलिस मुठभेड़ की कहानी, मृतक की पत्नी ने प्रतापगढ़ पुलिस को कहा कातिल
दबिश के दौरान भागने पर पुलिस ने मारी दी थी गोली, लोगों में आक्रोश

प्रतापगढ़, जेएनएन। कोतवाली लालगंज क्षेत्र के बाबूतारा गांव में पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ की कलई परत दर परत खुल रही है। मुठभेड़ की कहानी किसी के गले के नीचे नहीं उतर रही है। तौफीक के स्वजन व ग्रामीण पुलिस मुठभेड़ की कहानी को मनगढ़ंत बता रहे हैं। उधर, तौफीक की मौत को लेकर तौफीक के स्वजनों व ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।

शनिवार की रात की थी पुलिस ने छापेमारी में फायरिंग

बाबूतारा गांव निवासी बब्बू उर्फ तौफीक पुत्र मुस्तकीम को पकड़ने के लिए स्वाट टीम ने शनिवार की रात उसके घर दबिश दी। तौफीक की पत्नी आलिया पुलिस पर अपने पति की हत्या का आरोप लगा रही है। आलिया के मुताबिक पुलिस से बचने को उसका पति घर के बाहर भागा तो उसकी पीठ में पुलिस ने गोली मार दी। घायल तौफीक कुएं में गिर गया तो पुलिस वहां से भाग निकली।

हालांकि पुलिस का दावा है कि दबिश के दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया, जवाबी फायरिंग में तौफीक को गोली लगी होगी। इस मुठभेड़ में लालगंज कोतवाली का सिपाही श्रीराम व स्वाट का सिपाही सत्यम घायल हो गया। सत्यम का एसआरएन हास्पिटल प्रयागराज में इलाज चल रहा है।

क्यों नहीं ले गई पुलिस अस्पताल

उधर, ग्रामीणों व तौफीक के स्वजनों का कहना है कि पुलिस का फर्ज था कि तौफीक को तत्काल कुएं से निकलवाकर अस्पताल ले जाती। अगर समय से इलाज हो जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी, लेकिन पुलिस ऐसा ना करके घायल तौफीक के कुएं में गिरने के बाद उसे मृत समझकर लौट गई।

करीब दो घंटे के बाद कई थानों की फोर्स गांव में पहुंची। तौफीक के घायल होने की घटना को पुलिस रविवार दोपहर तक छिपाए रही। मुठभेड़ के दर्ज मुकदमे में भी पुलिस ने तौफीक का कहीं भी जिक्र नहीं किया। करीब 12 घंटे बाद फिर अचानक पुलिस मुठभेड़ में घायल बदमाश तौफीक के प्रयागराज में इलाज कराने की बात कहने लगी।

उधर, घायल तौफीक को लेकर स्वजन प्रयागराज पहुंच गए। फिर वहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। वहां इलाज के दौरान रविवार की रात तौफीक की मौत हो गई। घटना को लेकर तौफीक के स्वजनों और ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।

जमानत पर छूटकर पांच दिन पूर्व घर आया था

पुलिस के अनुसार बब्बू उर्फ तौफीक गुजरात जेल में एटीएम चोरी में बंंद था। जमानत पर छूटकर वह पांच दिन पहले घर आया था। वह लालगंज में दर्ज मुकदमे में भी वांछित था।

तौफीक पर दर्ज है 15 मुकदमें

बाबूतारा निवासी मृतक बब्बू उर्फ तौफीक पर जिले के लालगंज कोतवाली व सांगीपुर थाना के अलावा अमेठी, सुल्तानपुर, प्रयागराज में धोखाधड़ी, पाक्सो, आईटी एक्ट, आर्म्स एक्ट सहित कुल 15 मुकदमें दर्ज हैं। उसने 2016 में अपराध की दुनिया में प्रवेश किया था।

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