Corona News Prayagraj: कोरोना की दूसरी लहर कमजोर लेकिन है हमलावर, तीसरा कहर टूटने का खतरा है बना
कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ी है फिर भी वायरस पीछा नहीं छोड़ रहा है। डेल्टा वायरस जुलाई माह में ही 156 लोगों को संक्रमित कर चुका है और तीन लोगों की इससे जान चली गई है। एक जुुलाई से अब तक के यह आंकड़े तो सरकारी रिकार्ड के हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरसे के केस देश के कई राज्यों में उतार चढ़ाव पर हैं। संगमनगरी प्रयागराज में भी वही हाल हैै। यानी कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ी है फिर भी वायरस पीछा नहीं छोड़ रहा है। डेल्टा वायरस जुलाई माह में ही 156 लोगों को संक्रमित कर चुका है और तीन लोगों की इससे जान चली गई है। एक जुुलाई से अब तक के यह आंकड़े तो सरकारी रिकार्ड के हैं। सैकड़ों ऐसे लोग भी हैं जो अपनी कोरोना जांच नहीं करा रहे हैं और वायरस उन्हें छू कर निकल जा रहा है।
कभी चार कभी आठ संक्रमित
जिले में कोरोना संक्रमण के नए केस मिल रहे हैं फिर भी लोगों में इसको लेकर लापरवाही है। सर्दी खांसी जुकाम, बुखार या सीने में कफ जमा होने पर लोग अपनी कोविड जांच कराने नहीं जा रहे हैं। मोबाइल टेस्टिंग यूनिट के द्वारा कांटेक्ट टेस्टिंग के कारण ही स्वास्थ्य विभाग का जांच का कोटा भर रहा है। प्रत्येक दिन कभी चार, छह तो कभी आठ नए संक्रमित मिल रहे हैं यानी कोरोना पब्लिक के बीच अब भी है। सीनियर डाक्टर कहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों में फैलने के लिए कोरोना के यही चार छह केस काफी हैं।
मामूली है लेकिन है तो कहर ही
जुलाई माह में अब तक कोरोना से तीन लोगों की जान चली गई। लेवल थ्री कोविड अस्पताल के नोडल अधिकारी डा. सुजीत वर्मा कहते हैं कि जिन तीन लोगों की जान गई उन्होंने कोरोना निगेटिव होने के बाद कार्डियक अटैक हुआ। यानी वही स्थिति में कोरोना के वायरस अब भी हैं जैसे अप्रैल और मई माह में थे। इसलिए बचाव की सख्त आवश्यकता है। लोगों को मास्क लगाने, हाथ को सेनिटाइज करते रहने और शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन करते रहना होगा। ऐसा नहीं करेंगे तो कोरोना का यह कहर बढ़ भी सकता है।