बारिश तो थमी लेकिन तब भी प्रयागराज में लोगों की दुश्वारियों में कमी नहीं, कई मोहल्लों में जलभराव
मानसून आने से पहले दावा किया जाता है कि नालों की सफाई हो जाएगी। नालों की सफाई भी शुरू हुई लेकिन कितनी यह किसी को मालूम नहीं। चार दिन पहले बारिश शुरू हुई तो उनके सारे दावों की पोल खुल गई।
प्रयागराज, जेएनएन। बारिश से पहले नालों की सफाई पूरी हो जानी थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नतीजा पहली बारिश में ही नगर की ओर से कराई गई नाला सफाई की पोल खुल गई। नाले ओवरफ्लो हो गए। सड़कों और गलियों में जलभराव हो गया। तीन दिन लगातार बरसने के बाद बादल तो थम गए लेकिन लोगों की समस्याएं कम नहीं हुईं। अब मोहल्लों में गंदगी बजबजा रही है। इसके चलते लोग परेशान हैं।
मुख्य सड़कों पर भी गड्ढे बने जानलेवा, हादसों की बनी हुई है आशंका
हर साल ऐसा होता है। मानसून आने से पहले दावा किया जाता है कि नालों की सफाई हो जाएगी। इस बार कुछ ऐसा ही दावा किया गया। नालों की सफाई भी शुरू हुई लेकिन कितनी, यह किसी को मालूम नहीं। हां, विभागीय अधिकारी काम पूरा होने का दावा जरूर कर रहे थे। चार दिन पहले बारिश शुरू हुई तो उनके सारे दावों की पोल खुल गई। शहर के ज्यादातर नाले उफना आए। पानी सड़कों पर फैल गया। दुश्वारियां इतनी बढ़ गईं कि लोगों को घरों में कैद होकर रह जाना पड़ा। सोमवार दोपहर बाद बादल थम गए। मंगलवार को दिन में धूप भी निकली लेकिन इतना सबकुछ होने के बाद भी शहर के कई मोहल्लों में लोगों को राहत नहीं मिली। ज्यादातर नालों की सफाई न होने व सिल्ट सड़क पर ही छोडऩे से परेशानी और बढ़ गई है। विभिन्न मोहल्लों में अब गंदगी बजबजा रही है। मुख्य सड़कों पर भी जानलेवा गड्ढे हैं। सिविल लाइंस बस अड्डे के समीप सड़क बदहाल है तो सीएमपी चौराहा व सोहबतियाबाग डॉट पुल के पास गड््ढों में भरा पानी राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। बाघंबरी गद्दी के पास और प्रयागघाट नाले की सफाई न होने से पहली बारिश में लोगों की परेशानी बढ़ गई। अब कीचड़ की वजह से जीना मुहाल है। छोटा बघाड़ा में लकी टेलर की बगल वाली गली, रामप्रिया रोड दूसरा ढ़ाल और भृगु मार्ग के आखिर में हालात बदतर हैं। यहां हल्की बारिश होने पर जलभराव व कीचड़ की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। वहीं, महज दो दिन की बारिश होने से कई वार्ड व मोहल्लों से जलभराव व चोक नाले से होने वली परेशानी को लेकर दर्जनों शिकायतें नगर निगम में आने लगीं।