प्रयागराज के सरोजनी नायडू बाल चिकित्सालय में पूरा हुआ चिकित्सकों का कोरम, मिले सभी 10 सीनियर कंसल्टेंट

अस्पताल के विभागाध्यक्ष डा. मुकेश वीर सिंह ने बताया कि डाक्टरों के सभी पद भर गए हैं। महिला सह आचार्य भी हैं और नर्सों की तादाद भी है। बताया कि इन डाक्टरों से ओपीडी समेत आकस्मिक विभाग में काम लिया जा रहा है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 03:35 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 03:35 PM (IST)
प्रयागराज के सरोजनी नायडू बाल चिकित्सालय में पूरा हुआ चिकित्सकों का कोरम, मिले सभी 10 सीनियर कंसल्टेंट
डाक्टरों के पदोें पर भरपाई होने से कोरोना वायरस से जंग लगने की शक्ति भी बढ़ गई है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सरोजनी नायडू बाल रोग चिकित्सालय यानी चिल्ड्रेन अस्पताल में अब बच्चोें के इलाज और चिकित्सा के छात्र छात्राओं के अध्ययन की ताकत बढ गई है। क्योेकि अस्पताल में डाक्टरों के सभी रिक्त पदों पर नए डाक्टर मिल गए हैं। यहां सीनियर डाक्टरों के कुल 10 पद हैं और इन सभी पर पिछले दिनों लोकसेवा आयोग से हुई परीक्षा के बाद सीनियर कंसल्टेंट मिल गए हैं। डाक्टरों के पदोें पर भरपाई होने से कोरोना की तीसरी लहर के दौरान वायरस से जंग लगने की शक्ति भी बढ़ गई है।

अभी तक डाक्टरों की कमी खल रही थी

मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया यानी एमसीआइ के मानक के अनुसार चिल्ड्रेन अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए बेड, वेंटिलेटर, वार्मर या अन्य चिकित्सा संसाधन पूरे हैं। यहां अभी तक डाक्टरों की कमी खल रही थी। वह भी पूरी हो जाने से अस्पताल अब चिकित्सा व्यवस्था और सुविधाओं से समृद्ध हो गया है और कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए तैयार भी है। अस्पताल के विभागाध्यक्ष डा. मुकेश वीर सिंह ने बताया कि डाक्टरों के सभी पद भर गए हैं। महिला सह आचार्य भी हैं और नर्सों की तादाद भी है। बताया कि इन डाक्टरों से ओपीडी समेत आकस्मिक विभाग में काम लिया जा रहा है। आजकल बीमारियाें का सीजन है, बच्चों की बीमारियां भी बढ़ गई हैं। डाक्टर भरपूर हों तो किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है।

दूसरी ब्रांच के डाक्टरों को प्रशिक्षण्

चिल्ड्रेन अस्पताल ही कोरोना की तीसरी लहर से जंग की तैयारियों में दूसरी ब्रांच के डाक्टरों को पीडियाट्रिक ट्रेनिंग दे रहा है ताकि वायरस बच्चों को संक्रमित करे तो उनके त्वरित इलाज के लिए डाक्टरों की कमी न महसूस हो। जिले में करीब 500 डाक्टरों की फौज तैयार की जा रही है। विभागाध्यक्ष डा. मुकेशवीर सिंह ने बताया कि अगस्त माह तक सभी पीडियाट्रिक प्रशिक्षण देकर डाक्टर तैयार कर दिए जाएंगे।

chat bot
आपका साथी