Allahabad Central University में वाटर कूलर के लिए रजिस्ट्रार से मिले अनशनकारी छात्रनेता, प्राक्टोरियल बोर्ड से गैंगस्टर हटवाने की गुहार
अनशनस्थल पर महिला छात्रावास में खराब वाटर कूलर व पानी की व्यवस्था को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखा गया। इसके बाद छात्रों ने यह ज्ञापन प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य प्रोफेसर केएन उत्तम की मौजूदगी में रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल को सौंपा।
प्रयागराज,जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली के लिए गुरुवार को भी छात्रनेता अजय यादव सम्राट की अगुवाई में अनशन जारी रहा। अनशनस्थल पर महिला छात्रावास में खराब वाटर कूलर व पानी की व्यवस्था को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखा गया। इसके बाद छात्रों ने यह ज्ञापन प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य प्रोफेसर केएन उत्तम की मौजूदगी में रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल को सौंपा। रजिस्ट्रार ने आश्वस्त किया कि जल्द समस्या दूर करा दी जाएगी। इस दौरान मुबाशिर हारुन, राहुल पटेल, नवनीत यादव, हरेंद्र यादव, मसूद अंसारी, अभिषेक यादव, विकास नायक आदि लोग उपस्थित रहे।
प्राक्टोरियल बोर्ड से गैंगस्टर हटवाने की गुहार
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदू हॉस्टल के 10 छात्रों पर लगे गैंगस्टर के मुकदमे को हटाने की मांग को लेकर गुरुवार को नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव की अगुवाई में छात्रों ने प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य प्रोफेसर केएन उत्तम से मुलाकात की। तीन फरवरी 2020 को मनमोहन चौराहे पर हिंदू हॉस्टल के छात्रों एवं स्थानीय व्यापारियों में चाय पीने को लेकर विवाद के मामले में छात्रों ने गुहार लगाई। इस पर उन्होंने आश्वस्त किया कि यह मसला प्रशासनिक अफसरों के समक्ष उठाया जाएगा। इस दौरान सत्यम कुशवाहा, हरकेश हैरी, अजय पांडेय बागी, सौरभ कुमार आदि मौजूद रहे।
पीईटी आवेदन तिथि बढ़ाने की मांग
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) के जिलाध्यक्ष अक्षय यादव क्रांतिवीर और सीएमपी पीजी कालेज में छात्र परिषद के पूर्व अध्यक्ष करन सिंह परिहार ने प्रिलिमिनरी एलिजिबिलिटी टेस्ट (पीईटी) की आवेदन तिथि बढ़ाने की मांग की है। अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 21 जून निर्धारित की गई थी। हालांकि, तकनीकी खामियों के चलते काफी संख्या में छात्र आवेदन से चूक गए हैं। ऐसे में यह मांग की गई है, जिससे अभ्यर्थियों के हाथ से मौका नहीं छूट पाए।