जांच में दस्तावेज फर्जी साबित हुए तो कसेगा शिकंजा, प्रयागराज में Lallu Ji and Sons की बढ़ेंगी मुश्किलें
पुलिस को दी गई तहरीर में कहा गया था कि दस्तावेज में जिन कर्मचारियों के हस्ताक्षर और कार्यालय की मुहर लगी है वह जाली है। जबकि लल्लू जी एंड संस की तरफ से लगातार यही कहा जा रहा था कि कोई फर्जी दस्तावेज तैयार नहीं किया गया है।
प्रयागराज,जेएनएन। दारागंज थाने में लल्लू जी एंड संस समेत 11 लोगों के खिलाफ दर्ज मामले की जांच ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) को सौंपे जाने से एक बार फिर मामला सुर्खियों में है। ईओडब्ल्यू द्वारा एक-एक दस्तावेज की जांच की जाएगी और इसमें अगर मामला फर्जी निकला तो लल्लू जी एंड संस की मुश्किलें और बढ़ जाएगी। हालांकि लल्लू जी एंड संस का शुरू से ही कहना है कि कोई फर्जीवाड़ा नहीं किया गया है, जो दस्तावेज लगाए गए हैं, वे सही हैं।
109.85 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए जाली दस्तावेज तैयार करने का है आरोप
अपर मेलाधिकारी कुंभ मेला दयानंद प्रसाद ने दारागंज थाने में पिछले वर्ष दिसंबर माह में तहरीर देकर लल्लू जी एंड संस समेत 11 लोगों के खिलाफ 109.85 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए जाली दस्तावेज तैयार करने का आरोप लगाया गया था। दारागंज पुलिस ने भले ही रिपोर्ट दर्ज कर ली थी, लेकिन जांच अधर में ही लटकी रही। इधर, शासन ने इस पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दिया। इससे ठंडा पड़ा मामला एक बार फिर गरमा गया है। ईओडब्ल्यू की टीम दारागंज थाने में दर्ज एफआइआर के साथ ही उन दस्तावेजों को भी एकत्र करेगी, जिसे फर्जी होने की बात कही गई है।
कोई भी दस्तावेज फर्जी नहीं, भुगतान रोकने के लिए बनाया जा रहा दबाव
पुलिस को दी गई तहरीर में कहा गया था कि दस्तावेज में जिन कर्मचारियों के हस्ताक्षर और कार्यालय की मुहर लगी है, वह जाली है। जबकि लल्लू जी एंड संस की तरफ से लगातार यही कहा जा रहा था कि कोई फर्जी दस्तावेज तैयार नहीं किया गया है। रुपये का भुगतान रोकने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। फिलहाल ईओडब्ल्यू की टीम जल्द ही मामले की जांच शुरू करेगी और फिर पूरा मामला आइने की तरह साफ हो जाएगा।