Dengue: प्रयागराज में डेंगू से प्रभावितों की संख्या 1000 के पार, दो साल पहले जैसे हालात

अपनी तेज रफ्तार में चल रहे डेंगू ने प्रभावितों की संख्या शनिवार को 1000 के पार कर दी। जिले भर में कुल 12 नए मरीजों के साथ अब तक इसके प्रभाव में आए लोगों की संख्या 1008 हो गई है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 02:26 PM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 02:26 PM (IST)
Dengue: प्रयागराज में डेंगू से प्रभावितों की संख्या 1000 के पार, दो साल पहले जैसे हालात
नवंबर के तीसरे सप्ताह में भी मच्छरों की सक्रियता से मलेरिया विभाग हैरान

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। रोकथाम और जागरूकता के सभी प्रयासों को धता बताते हुए अपनी रफ्तार में चल रहे डेंगू ने प्रभावितों की संख्या शनिवार को 1000 के पार कर दी। जिले भर में कुल 12 नए मरीजों के साथ अब तक इसके प्रभाव में आए लोगों की संख्या 1008 हो गई। मौजूदा परिस्थितियों के देखते हुए मलेरिया विभाग भी अब कहने लगा है कि डेंगू के हालात 2019 के जैसे हैं। फिलहाल इससे बचाव के लिए लोगों को घरों में सचेत रहते हुए सक्रियता बरतनी होगी। जैसे हालत हैं उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि अब धीरे-धीरे डेंगू का खतरा कुछ कम होता जाएगा लेकिन अभी अगले दो हफ्ते तक लोगों को खासी सावधानी बरतने की जरूरत है।

मलेरिया विभाग भी नवंबर के आखिर तक डेंगू मच्छरों की सक्रियता से हैरान

डेंगू फैलाने वाले मच्छरों की सक्रियता इस बार नवंबर माह के तीसरे सप्ताह में भी बने रहने मलेरिया विभाग हैरान और परेशान है। 2019 में डेंगू मरीजों की संख्या सरकारी आंकड़ों के अनुसार 1156 थी, इस बार भी 1008 मरीज हो चुके हैं। शनिवार को करेली, नैनी जेल, नैनी, छोटा बघाड़ा, झूंसी, राजापुर, तेलियरगंज, शिवकुटी, बेली, कोटवा बनी और बहरिया में डेंगू के मरीज मिले। जिले में अब तक 742 लोग शहरी क्षेत्र में और 266 ग्रामीण इलाकों में डेंगू से प्रभावित हो चुके हैं।

रहें सचेत और नहीं एकत्र होने दें कहीं पानी

ऴमलेरिया अधिकारी आनंद कुमार सिंह ने कहा कि डेंगू के मच्छर हालांकि सक्रिय हैं लेकिन मरीज अब कम मिलने लगे हैं। लोग जागरूक रहें, कहीं भी साफ ठहरे हुए पानी में लार्वा दिखें तो उसमें मिट्टी का तेल डाल दें। कहीं भी पानी एकत्र न होने दें। अगर लोग नवंबर के आखिर तक सावधानी बरत लेते हैं तो तापमान और कम होने के साथ ही डेंगू का खतरा भी बेहद कम हो जाएगा क्योंकि तब डेंगू के मच्छर नहीं पनप सकेंगे।

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