राहत की बात मगर रहना है सावधान, संगमनगरी में कोरोना इंफेक्शन और मौत का ग्राफ आ रहा नीचे

महामारी ने पिछले एक महीने तक हायतौबा मचा रखी थी। कुछ दिन पहले तक अस्पताल में बेड नहीं मिल रहे थे लेकिन कर्फ्यू लागू होने के बाद संक्रमण में कमी आने लगी। अब कोरोना से अस्पतालों में आपाधापी नहीं होने से डाक्टर नर्सें व पैरामेडिकल स्टाफ कुछ सुकून में हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 10:19 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 10:19 AM (IST)
राहत की बात मगर रहना है सावधान, संगमनगरी में कोरोना इंफेक्शन और मौत का ग्राफ आ रहा नीचे
जिले में 24 घंटे में 164 लोग मिले कोरोना संक्रमित और पांच लोगों की मौत

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस घातक जरूर है मगर अब इसके फैलने की स्थिति फिलहाल भयावह नहीं रही। कोविड जांच और त्वरित इलाज की ओर लोगों के कदम भी बढ़े हैं। केस घट रहे हैं और धीरे-धीरे अब मौत की संख्या भी कम होती दिख रही है। मंगलवार के आंकड़े तो शाम तक आएंगे मगर सोमवार को 164 लोगों में संक्रमण पॉजिटिव मिला था जबकि पांच लोगों की मौत हो गई। साफ है कि पीक पर पहुंचने के बाद कोरोना कर्फ्यू और बंदिशों की वजह से संक्रमण की रफ्तार थमी है। इंफेक्शन दर फिलहाल काफी धीमी होने के बावजूद कोविड जांच के लिए 10 हजार से अधिक लोगों ने सैंपल दिए। घरों में मोबाइल टीम बुलाकर भी सैंपल देने से अब लोग नहीं हिचक रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि लक्षण दिखते ही टेस्ट कराना चाहिएएए।


अब लोगों में टेस्ट के लिए सैंपल देने में बढ़ा रुझान

महामारी ने पिछले एक महीने तक हायतौबा मचा रखी थी। कुछ दिन पहले तक अस्पताल में बेड नहीं मिल रहे थे लेकिन कर्फ्यू लागू होने के बाद संक्रमण में कमी आने लगी। अब कोरोना से अस्पतालों में आपाधापी नहीं होने से डाक्टर, नर्सें व पैरामेडिकल स्टाफ कुछ सुकून में हैं। उधर ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमित लगातार मिलने से स्वास्थ्य विभाग का फोकस कांटेक्ट टेस्टिंग पर ज्यादा है। कुछ यही प्रक्रिया शहर में भी अपनाई जाने से कोरोना की स्थिति पर नियंत्रण हो सका है। 

कोविड-19 के नोडल अफसर डा. ऋषि सहाय का कहना है कि कोविड जांच में कमी नहीं आने दी जाएगी। लोगों से अपेक्षा भी है कि कोई लक्षण महसूस होने पर जांच जरूर कराएं। जांच में हिचक आपकी सेहत के लिए ही नुकसानदायक है।

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