बरसेगी मईया के नौ स्वरूप की कृपा
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : शक्ति स्वरूपा मां भगवती के स्तुति पर्व चैत्र नवरात्रि का आरंभ 13 अप्रैल
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : शक्ति स्वरूपा मां भगवती के स्तुति पर्व चैत्र नवरात्रि का आरंभ 13 अप्रैल को होगा। इसी दिन नवसंवत्सर भी शुरू होगा। अबकी नवरात्रि नौ दिनों की रहेगी। भक्त प्रतिदिन मईया के अलग-अलग स्वरूपों की स्तुति करके उनकी कृपा का पात्र बन सकेंगे।
ज्योतिषाचार्य अमित बहोरे बताते हैं कि प्रतिपदा तिथि 12 अप्रैल की सुबह आठ बजे लगकर 13 अप्रैल की 10.16 तक रहेगी। 13 अप्रैल को सूर्योदय के समय प्रतिपदा तिथि रहेगी ऐसे में मंगलवार को कलश की स्थापना करके मां भगवती की स्तुति आरंभ की जाएगी। नवमी तिथि 21 अप्रैल को श्रीराम जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाएगी। चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से ही विक्रमी संवत 2078 का प्रारंभ भी होगा। बकौल अमित बहोरे अश्विनी नक्षत्र का स्वामी मंगल के दिन अबकी 'आनंद' नामक संवत्सर का आरंभ होगा। आनंद संवत्सर का राजा और मंत्री दोनों महत्वपूर्ण पदों पर मंगल का आधिपत्य रहेगा। वित्त मंत्री का दर्जा अबकी देवगुरु बृहस्पति के पास रहेगा। मंगल का राजा होना मंगल और दंगल दोनों को इंगित कर रहा है। भारत के लिए मंगल का राजा बनना अत्यंत शुभ फल प्रदान करेगा। भारत विश्व पटल पर अपने झडे फहराएगा। भारतीय सेना का मनोबल काफी बढ़ा हुआ रहेगा, शत्रु मुंह की खाएगा। भारतीय विज्ञानियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोई पुरस्कार मिलने का भी योग है। 14 को सत्तू संक्रांति
पराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक आचार्य विद्याकांत पांडेय बताते हैं कि मां भगवती की स्तुति के लिए कलश स्थापना के लिए 13 अप्रैल की सुबह 8.56 तक मुहूर्त है। जबकि अभिजीत मुहूर्त 11.34 से 12.24 दोपहर तक है। इसके बाद मेष राशि की संक्रांति 14 अप्रैल की भोर 4.12 बजे लगेगी। ऐसे में सत्तू संक्रांति उक्त तारीख को मनाई जाएगी।