प्रतापगढ़ में बन रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज पर शासन की है नजर

शासन का प्रयास है कि प्रतापगढ़ का कार्य फतेहपुर मिर्जापुर सिद्धार्थ नगर हरदोई एटा गाजीपुर देवरिया जिले के साथ ही पूरा हो जाए। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे व खुद सीएम सतर्क हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 03:27 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 03:27 PM (IST)
प्रतापगढ़ में बन रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज पर शासन की है नजर
डीएम स्तर से भी हर सप्ताह इसकी समीक्षा की जा रही है।

प्रतापगढ़,जेएनएन। शासन का प्रयास है कि अगले साल से जरूर जिले में बन रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई होने लगे। इसका चल रहा कार्य शीघ्र पूरा हो जाए। सौ सीटों पर मेडिकल की कक्षाएं चलाने की तैयारी की समीक्ष्रा एक बार फिर शासन ने आनलाइन की। इससे यह उम्मीद लोगों में फिर से जगी कि अब कार्य तेज होगा। शासन द्वारा मंजूर किया गया यह कालेज सदर क्षेत्र के तेजी से विकसित हो रहे गायघाट रोड के किनारे पूरे केशवराय गांव में आकार ले रहा है। वहां पर 100 सीटों पर एमबीबीएस की क्लास में युवक-युवती पढ़ाई करेंगी। अब तक क्लास रूम, प्रशासनिक भवन, छात्रावास, प्रयोगशाला बन रही है। आधुनिक अस्पताल पुरुष व महिला अस्पताल को तोड़कर बनाया जाएगा। यहां पर कक्षाएं चलाने के लिए जरूरी सुविधाओं व संसाधन की व्यवस्था में तेजी आई है। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि मेडिकल कालेज के बारे में शासन ने बराबर संपर्क रखा है। वह हो रहे कार्य पर नजर बनाए है। शासन का प्रयास है कि प्रतापगढ़ का कार्य फतेहपुर, मिर्जापुर, सिद्धार्थ नगर, हरदोई, एटा, गाजीपुर, देवरिया जिले के साथ ही पूरा हो जाए। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे व खुद सीएम सतर्क हैं। कॉलेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इनमें शिक्षण कार्य जल्दी ही  प्रारंभ होगा। डीएम स्तर से भी हर सप्ताह इसकी समीक्षा की जा रही है। वह सीएमओ से इस पर बात करते हैं। राजकीय निर्माण निगम भी इस पर काम कर रहा है कि इसी साल काम पूरा कर लिया जाए। ऐसा न होने पर सरकार कार्रवाई भी कर सकती है। जिस तरह से शासन इस पर जोर दे रहा है उससे यह तय माना जा रहा है कि किसी तरह की कोई रियायत नहीं होगी। ऐसे में काम को पूरा कर लेने में ही भलाई है। इसका ही असर है कि इन दिनों 200 से अधिक मजदूर लगे हैं।

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