नदी में आई बाढ़ तो दुनिया से कटा रहता है प्रयागराज में कोरांव इलाके का यह गांव, विधायक ने नाव से लिया जायजा
विकासखंड कोरांव क्षेत्र के ग्राम बहरैचा का मजरा भस्मा में तीन हजार की आबादी है। बरसात के दिनों में इस गांव के बच्चे पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं क्योंकि बहरैचा नदी में उफान की वजह से उसे नाव से पारकर स्कूल जाना संभव नहीं होता है।
प्रयागराज, जेएनएन। आजादी के सात दशक बाद भी प्रयागराज के तमाम गांव में लोग अब भी सड़क, बिजली, पानी समेत अन्य बुनियादी जरूरतों से वंचित हैं। ऐसा ही एक गांव है कोरांव इलाके में बहरैचा जिसके निवासियों को अब भी इलाज, बच्चों की शिक्षा या फिर घरेलू सामान खरीदने के लिए नाव से नदी पार करनी पड़ती है। नदी में बाढ़ आने पर लोगों का बाकी इलाके से संपर्क कट जाता है। अब स्थानीय विधायक राजमणि कोल ने यहां के लोगों को इस सदियों पुरानी समस्या से निजात दिलाने का भरोसा दिया है। उन्होंने गुरूवार को खुद नाव के जरिए नदी पार की और कहा कि हनुमान मंदिर के पास नदी पर रपटा पुल बनवाया जाएगा।
बरसात में आवागमन हो जाता है ठप
विकासखंड कोरांव क्षेत्र के ग्राम बहरैचा का मजरा भस्मा में तीन हजार की आबादी है। बरसात के दिनों में इस गांव के बच्चे पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं क्योंकि बहरैचा नदी में उफान की वजह से उसे नाव से पारकर स्कूल जाना संभव नहीं होता है। इस वजह से लोगों को बरसात से पहले राशन के लिए जरूरी वस्तुएं जुटा लेते हैं। आलम यह होता है कि अगर नमक, चीनी या माचिस जैसी कोई वस्तु की जरूरत हो तो मिलना मुश्किल हो जाता है। सबसे बड़ी मुश्किल तो बीमार लोगों का इलाज कराने में होती है। इस दौरान गर्भवती महिला या बच्चे को अस्पताल ले जाना बेहद मुश्किल भरा होता है। इस गांव के लोगों के लिए अब भी नाव ही आवागमन का जरिया बना है। ग्रामीणों ने इस समस्या से निजात के लिए तहसील दिवस पर कई बार प्रार्थना पत्र दिए लेकिन आज तक इस ओर कोई ध्यान न देने से समस्या ज्यों की त्यों बनी रही।
ग्रामीण की शिकायत पर गांव पहुंचे विधायक
पिछले दिनों गांव के इंद्रजीत सिंह ने कोरांव विधायक राजमणि कोल से मिलकर इस समस्या को एक बार फिर उठाया था। गुरूवार को विधायक राजमणि कोल बहरैचा गांव पहुंच गए। उन्होंने नाव से नदी को पार किया और ग्रामीणों की दिक्कत महसूस की। उन्होंने कहा कि यह बड़ी समस्या है। इस बारे में वह मुख्यमंत्री तक बात पहुंचाएंगे। सर्वे कराकर गांव के लोगों के लिए नदी पर पुल बनाने पर जोर दिया जाएगा। उम्मीद है कि उनके प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी। कोशिश है कि अगले कुछ माह में पुल बनवा दिया जाए।