Sawan 2021: बारिश पर भारी पड़ी आस्था, प्रयागराज और प्रतापगढ़ में झमाझम बरसात में भीगते हुए किया महादेव का जलाभिषेक
प्रतापगढ़ में भी सुबह से शाम तक बम भोले का जयकारा करते हुए भक्त शिव मंदिरों पर पहुंचते रहे। सैकड़ों भक्त घुइसरनाथधाम पहुंचे और जलाभिषेक कर आशीर्वाद मांगा। वहीं महिलाएं बारिश में भीगते हुए मंदिर की परिक्रमा करती नजर आईं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सावन मास में शिव के जलाभिषेक की श्रद्धालुओं में प्रबल आस्था है। शनिवार की रात से शुरू हुई बारिश भी लोगों को भोलेनाथ के दर्शन पूजन से डिगा नहीं सकी। रविवार को सुबह बारिश में भीगते हुए भोले के भक्त प्रयागराज से लेकर प्रतापगढ़ तक शिवालयों में पहुंचते रहे। प्रयागराज के मन कामेश्वर मंदिर, पड़िला महादेव धाम, कोटेश्वर महादेव समेत अन्य शिवालयों में बरसात के दौरान भी जलाभिषेक होता रहा। उधर, प्रतापगढ़ में भी सुबह से शाम तक बम भोले का जयकारा करते हुए भक्त शिव मंदिरों पर पहुंचते रहे। सैकड़ों भक्त घुइसरनाथधाम पहुंचे और जलाभिषेक कर आशीर्वाद मांगा। वहीं महिलाएं बारिश में भीगते हुए मंदिर की परिक्रमा करती नजर आईं।
हर हर महादेव के जयकारों से गूंजते रहे शिवालय
बम बम भोले, हर हर महादेव के जयकारे से रविवार को भी मंदिर परिसर गुंजायमान रहा। बारिश के बावजूद सैकड़ों भक्तों ने यहां पहुंचकर जलाभिषेक किया। सुबह आरती के बाद बाबा का जलाभिषेक व दर्शन पूजन के लिए मंदिर का कपाट खुला। इसके बाद जयकारे के साथ जलाभिषेक शुरू हुआ। महंत मयंक भाल गिरि भक्तों से सावन में शिव की महत्ता का बखान भी कर रहे हैं। वहीं मंदिर समिति के लोग अनिल गिरि, शीतला प्रसाद गिरि, लवकुश शाहू, धर्मेंद्र शुक्ल, वीरेंद्र मणि तिवारी, संजीव सिंह के साथ श्रद्धालुओं को कोविड गाइड लाइन के पालन के प्रति जागरूक करते भी दिखे।
बाबा बेलखर नाथ धाम पर आस्था की बहार
दीवानगंज प्रतिनिधि के अनुसार आस्था की नगरी पौराणिक स्थल बाबा बेलखर नाथ धाम पर रविवार देर शाम तक आस्था की बहार रही। सुबह चार बजे भगवान भोलेनाथ का कपाट खुलते ही क्षेत्र एवं जनपद के कोने कोने से आए हजारों श्रद्धालुओं ने गंगाजल पुष्प,धतूर,रोली, बेलपत्र,दूध,धूप, अगरबत्ती से भगवान भोलेनाथ का विधि विधान से जलाभिषेक तथा दर्शन पूजन किया। श्रद्धालुओं के चिकित्सा के लिए सीएचसी बाबाबेलखर नाथ धाम अस्पताल की स्वास्थ्य टीम धाम पर लगी रही। सुरक्षा के लिए दीवानगंज चौकी इंचार्ज सूर्य प्रताप सिं, एसआइ अमित मिश्रा फोर्स के साथ धाम पर रहे। वहीं स्थानीय सेवा समिति के शीतला प्रसाद उर्फ मदन सिंह, रमानाथ सिंह, नारेंद्र प्रसाद ओझा, मुरलीधर गिरी, राजमणि त्रिपाठी, अजीत ओझा,बाके सिंह ,अरुण सिंह,राम शिरोमणि विश्वकर्मा, सुधाकर ङ्क्षसह,बाके ङ्क्षसह सहित अन्य का योगदान रहा।