कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने को सफाई पर दिया जोर, प्रतापगढ़ में कम हो गए मलेरिया के मरीज

जिले में वैसे इन दिनों मलेरिया से बचाव को लेकर 88 टीमें काम कर रही हैं। इस बारे में बात करने पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एके श्रीवास्तव कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल की तरह एक से जून से मलेरिया रोधी अभियान शुरू किया गया है।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 06:17 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 06:17 PM (IST)
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने को सफाई पर दिया जोर, प्रतापगढ़ में कम हो गए मलेरिया के मरीज
सफाई पर ध्‍यान देने से मलेरिया व डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियों का खतरा कई गुना कम हो गया।

प्रयागराज, जेएनएन।  कोरोना वायरस के संक्रमण बचने के लिए सफाई पर खास ध्‍यान दिया गया। कहीं भी कूड़ा-कचरा जमा नहीं होने दिया। दवाओं का छिड़काव किया जाता रहा। इससे कोरोना की कमर तो टूटी ही, मच्छर भी बहुत पनप नहीं पाए। इसके चलते यूपी के प्रतापगढ़ जिले में मलेरिया व डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियों का खतरा कई गुना कम हो गया

बरसात में बढ़ जाता है मच्‍छरों का प्रकोप

गर्मी व बरसात के दिनों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इससे डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारी फैलने की आशंका होती है। इसे देखते हुए मच्छर जनित बीमारियों को रोकने के लिए मलेरिया रोधी माह मनाया जाता है। इस बार सीन बदल गया है। मई बीत गई और जून बीत रहा है। अब तक केवल मलेरिया के तीन केस मिले हैं। पिछले साल यह संख्या 22 तक पहुंच गई थी। विभाग भी इसे कोरोना गाइडलाइन का पालन होने का सुखद परिणाम मान रहा है।

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की 88 टीमें मलेरिया रोधी अभियान में लगी

जिले में वैसे इन दिनों मलेरिया से बचाव को लेकर 88 टीमें काम कर रही हैं। इस बारे में बात करने पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एके श्रीवास्तव कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल की तरह एक से जून से मलेरिया रोधी अभियान शुरू किया गया है। इसे पूरे महीने चलाया जाएगा। इसमें आमजन के लिए जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गठित हर टीम में तीन सदस्य होते हैं । यह लोग मलिन बस्तियों तथा काशीराम कालोनी जैसे स्थानों पर अधिक जोर दे रहे हैं। फागिंग, एंटी लार्वा का छिड़काव के साथ जागरूकता के लिए बैठक पर जोर दिया गया है। जिला मलेरिया अधिकारी राजेश कुमार गुप्ता बताते हैं कि घर और घर के आस पास सफाई रखें, जलजमाव न होने दें तभी संचारी रोगों से बचाव संभव हैं।

मलेरिया के लक्षण

मलेरिया का संक्रमण होने पर सर्दी व कंपन के साथ बुखार आता है। तेज सिर दर्द, चक्कर, बेचैनी, कभी-कभार उल्टी हो सकती है। थकान ,चक्कर आना ,शारीरिक कमजोरी होती है। बुखार उतरते समय पसीना अधिक आता है। सभी सरकारी चिकित्सालयों में मलेरिया बुखार की जांच निश्शुल्क होती है।

यह करें उपाय

-रुके हुए पानी के स्थानों को मिट्टी से भर दें।

- गमलों, टायर जैसे पात्रों में पानी न रुके।

-हर सप्ताह कूलर का पानी जरूर बदल दें।

-कूलर के पानी में मिट्टी का तेल डालते रहें।

-घर के आस-पास जल एकत्रित न होने दें।

- सोते समय मच्छरदानी जैसे उपाय करें।

-फुल कपड़े पहनें, शरीर ठीक से ढका रहे।

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