Mahant Narendra Giri की मौत से गोशाला में उदास हैं गाएं भीं, महंत रखते थे बहुत ख्याल

महंत शाम को गोशाला में भी जरूर जाते थे। कुछ गायों को गुड़ खिलाते या उन्हें हरा चारा देते। टहल कर पूरी गोशाला देखते। कुछ गायों से बात भी करते। कहते... क्या पानी नहीं मिला। उनके निधन के बाद मंगलवार को गोशाला की सभी गाय मानो उदास बैठी थीं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:30 AM (IST)
Mahant Narendra Giri की मौत से गोशाला में उदास हैं गाएं भीं, महंत रखते थे बहुत ख्याल
सेवादारों ने बताया कि गोशाला की सभी गाय उनकी आहट पहचानती थीं।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। बाघम्बरी गद्दी मठ में महंत नरेंद्र गिरि सख्त अनुशासन रखते थे। मनमानी उन्हें पसंद नहीं थी। खासकर बटुकों की शिक्षा व दिनचर्या पर पूरी नजर रहती थी। तमाम व्यस्तताओं के बाद भी वह बटुकों के साथ कुछ समय जरूर बिताते। आमतौर पर दोपहर का भोजन उन्हीं के साथ करते।

प्रथमा के विद्यार्थी रोहित मिश्र का कहना है कि वह सभी विद्यार्थियों की गतिविधियों पर नजर रखते थे। कोई भी इधर उधर घूमता दिख जाता तो उसे डांट भी लगाते। प्रतिदिन एक श्लोक याद करने के लिए जरूर देते थे। उसे सुनते भी, न सुना पाने पर दंड देते थे। कहते थे, मठ में रहना है तो ठीक से पढ़ो लिखो और नाम करो। प्रथमा के ही अन्य विद्यार्थियों का कहना है कि महाराज जी थे तो किसी का कोई डर नहीं था। वह हम सब का पूरा ध्यान रखते थे।

गोशाला की सभी गाय रही उदास

महंत नरेंद्र गिरि सुबह करीब पांच बजे से दिन की शुरुआत करते थे। पूजा व ध्यान के बाद बड़े हनुमान जी के मंदिर जाते। वहां से दोपहर में लौटते और बटुकों के साथ भोजन करते। उसके बाद मठ के अन्य कामकाज निपटाते। शाम को गोशाला में भी जरूर जाते थे। कुछ गायों को गुड़ खिलाते या उन्हें हरा चारा देते। टहल कर पूरी गोशाला देखते। कुछ गायों से बात भी करते। कहते... क्या पानी नहीं मिला। तुरंत किसी को पानी और चारा के लिए नर्देशित करते। मंगलवार को गोशाला की सभी गाय मानो उदास बैठी थीं। सेवादारों ने बताया कि गोशाला की सभी गाय उनकी आहट पहचानती थीं।

बनारस से मंगवाया गया पचास कुंतल फूल

महंत नरेंद्र गिरि के समाधिस्थल को फूलों से सुसज्जित करने के लिए पचास कुंतल फूल बनारस से मंगवाए गए हैं। करीब 20 कुंतल गुलाब, 20 कुंतल गेंदा और दस कुंतल चमेली का फूल आया है। बर्फ की मदद से फूलों को ताजा रखने का प्रयास हो रहा है।

chat bot
आपका साथी