TET और CTET प्रशिक्षित बेरोजगारों ने बेसिक शिक्षकों की भर्ती के लिए सीएम को भेजा पत्र

पत्र में लिखा है कि बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पिछले तीन साल से कोई भर्ती नहीं निकाली गई है। ऐसे में बेरोजगारों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। अकेले डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन (डीएलएड/बीटीसी) प्रशिक्षित बेरोजगारों की बात करें तो संख्या पांच लाख से ज्यादा हैै।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 04:14 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 04:14 PM (IST)
TET और CTET प्रशिक्षित बेरोजगारों ने बेसिक शिक्षकों की भर्ती के लिए सीएम को भेजा पत्र
विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रशिक्षित बेरोजगारों ने की भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग

प्रयागराज, राज्य ब्यूरो। बेसिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती की प्रतीक्षा कर रहे शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) व केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) प्रशिक्षित बेरोजगारों ने अपनी मांग तेज कर दी है। 15 दिन में भर्ती विज्ञापन निकालने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। प्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भर्ती फंस न जाए, इसलिए प्रक्रिया जल्द शुरू किए जाने की मांग रखी है।

बेसिक शिक्षा के स्कूलों में तीन साल से कोई भर्ती नहीं

सीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि बेसिक शिक्षा के स्कूलों में पिछले तीन साल से कोई भर्ती नहीं निकाली गई है। ऐसे में बेरोजगारों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। अकेले डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन (डीएलएड/बीटीसी) प्रशिक्षित बेरोजगारों की बात करें तो संख्या पांच लाख से ज्यादा हैै। प्रशिक्षित बेरोजगार पंकज मिश्र ने कहा है कि बेरोजगारों में बैचलर आफ एजूकेशन (बीएड), सर्टिफिकेट टीचर (सीटी) प्रशिक्षितों की संख्या को जोड़ दिया जाए तो संख्या दस लाख से भी ज्यादा पहुंच गई है। कहा है कि शिक्षक और छात्र के अनुपात में शिक्षकों की रिक्तियों का आकलन करने के लिए सरकार ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है, लेकिन जिस रफ्तार से आकलन किया जा रहा है, उससे भर्ती के प्रदेश विधानसभा चुनाव में फंसने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। अभी तक कमेटी में रिक्ति संबंधी आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है। मुख्यमंत्री से मांग की है कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि चुनाव के पहले भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी, तभी बेरोजगारों का भला हो सकेगा। उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षित बेरोजागारों के अलावा दूसरे सैकड़ों बेरोजगार युवा यूपी लोकसेवा आयोग और दूसरे चयन आयोग से भर्ती परीक्षा नहीं होने के खिलाफ लंबे समय से पत्थर गिरजाघर पर धऱना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि भर्ती नहीं होने से वे ओवरएज होते जाएंगे और नौकरी के बिना परेशानी झेलते रहेंगे। ये बेरोजगार युवा मुख्यमंत्री के अलावा प्रधानमंत्री को भी पत्र भेज चुके हैं।

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