Terrorist Connection in Prayagraj: शाहरुख की मां ने भी बेटे को बेकसूर बताया था, कही थी ये बातें
Terrorist connection in Prayagraj आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने जिस पोल्ट्री फार्म से हथियार बरामद किया था उसका मालिक शाहरुख नाटकीय अंदाज में पुलिस थाने पहुंचा था। हालांकि शाहरुख की मां ने उसे बेकसूर बताया था। कहा था उसे नहीं पता था कि पोल्ट्री फार्म में बम रखा जाता है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। शाहरुख की मां ने भी अपने बेटे को बेकसूर बताते हुए कहा था कि वह अपने एक साथी के कहने पर पोल्ट्री फार्म गया था। उसे नहीं पता था कि पोल्ट्री फार्म में बम रखा जा रहा है। अगर उसे पता होता तो शायद यह हालात न होते। उधर एटीएस को उम्मीद थी कि शाहरुख के जरिए जीशान के दोस्तों और उससे जुड़े कुछ अन्य लोगों के बारे में जानकारी मिल सकती है। हालांकि उसकी संलिप्तता आतंकी गतिविधियों में नहीं मिली तो उसे छोड़ दिया गया।
आतंकी गतिविधियों से जुड़ा कोई साक्ष्य न मिलने पर शाहरूख को छोड़ा
आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने जिस पोल्ट्री फार्म से हथियार बरामद किया था, उसका मालिक शाहरुख नाटकीय अंदाज में पुलिस थाने पहुंचा था। एसटीएस की टीम उससे पूछताछ कर रही थी। उसके खिलाफ आतंकी गतिविधियों से जुड़ा कोई साक्ष्य न मिलने पर उसे छोड़ दिया गया। इससे पहले एटीएस ने करेली निवासी ताहिर मदनी को भी लंबी पूछताछ के बाद छोड़ दिया था क्योंकि आतंकी गतिविधियों में उसकी संलिप्तता नहीं पाई गई थी।
आप भी जानें, क्या है पूरा मामला
कोतवाली थाना क्षेत्र के चक बहादुरगंज मोहल्ला निवासी शाहरुख के नैनी डांडी स्थित पोल्ट्री फार्म में ही इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) मिली थी। इसके बाद से ही एटीएस, खुफिया एजेंसी और क्राइम ब्रांच की टीम उसकी तलाश कर रही थी। बताया गया कि शनिवार दोपहर शाहरुख कोतवाली थाने पहुंचा और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया था। इसके बाद एटीएस उसे लेकर अपने साथ चली गई। हालांकि एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि फोन करके उसे थाने पर बुलाया गया था। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में शाहरुख ने बताया कि कोरोना काल में पोल्ट्री फार्म का धंधा कमजोर हो गया था। तब उसने नौकरी की तलाश शुरू की। इसी दौरान रमजान से पहले हुमेदुर और जीशान से मुलाकात हुई। जीशान ने करेली स्थित एक दफ्तर में उसका इंटरव्यू भी लिया था और फिर 16 हजार से रुपये से अधिक की नौकरी देने की बात कही थी।