सामूहिक बीमा योजना लागू कराने को शिक्षकों ने उठाई आवाज

परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों ने सामूहिक बीमा योजना लागू कराने के लिए आवाज उठाई है। मांग की है कि राज्य कर्मचारियों की तरह निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा दी जाए। इसके लिए ट्विटर पर अभियान शुरू किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 07:04 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 07:04 PM (IST)
सामूहिक बीमा योजना लागू कराने को शिक्षकों ने उठाई आवाज
सामूहिक बीमा योजना लागू कराने को शिक्षकों ने उठाई आवाज

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों ने सामूहिक बीमा योजना लागू कराने के लिए आवाज उठाई है। मांग की है कि राज्य कर्मचारियों की तरह निश्शुल्क चिकित्सा सुविधा दी जाए। इसके लिए ट्विटर पर ढ्डड्डह्यद्बष्ट्ठठ्ठद्गद्गस्त्रट्ठद्घश्रह्मट्ठढ्डड्डह्यद्बष्ट्ठह्लद्गड्डष्द्धद्गह्मह्य अभियान शुरू किया गया है।

उप्र.जूनियर हाईस्कूल (पूमा) शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामकृष्ण सिंह ने आह्वान किया है कि संगठन ने तीन महत्वपूर्ण मांगों को लेकर ट्विटर पर अभियान शुरू किया है। अधिक से अधिक शिक्षक इसे फालो करें और रिट्वीट करें। सोमवार को सामूहिक बीमा की माग को लेकर अभियान शुरू हुआ हैै। 15 जून को एनपीएस कर्मचारियों की मृत्यु पर उनके आश्रितों को पेंशन और परिवार के एक सदस्य को नौकरी की माग पर समर्थन जुटाया जाएगा। शिक्षकों से आग्रह किया गया है कि सिर्फ रिट्वीट न करें बल्कि कमेंट भी करें जिससे अभियान को ट्रेंड कराने में मदद मिले।

शिक्षक नेता बृजेंद्र सिंह ने बताया कि जनपद के सभी शिक्षकों का जीआइएस के रूप में 87 रुपये कट रहा है लेकिन इसका लाभ नहीं मिल रहा। पूर्व में इस कटौती से एक लाख तक का बीमा कवर होता था। बाद में एलआइसी की तरफ से 31 अप्रैल 2014 के बाद के नियुक्त शिक्षकों को बीमा कवर का लाभ न देने का पत्र जारी किया गया। बावजूद इसके विभाग की ओर से 87 रुपये की कटौती जारी है। यह धन किस मद में जा रहा है किसी को कोई जानकारी नहीं है। इस मामले को लेकर वित्त नियंत्रक बेसिक शिक्षा परिषद व शासन ने उदासीन रवैया अपना रखा है। इससे शिक्षकों में रोष है।

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