CoronaVirus के खौफ से स्कूल नहीं जाना चाहते हैं शिक्षक, घर से ऑनलाइन कक्षाएं लेने की अनुमति मांगी
शिक्षक संघ के नेताओं की मांग है कि अनावश्यक रूप से अध्यापकों को स्कूल न बुलाया जाए। सभी अध्यापक घर पर रहते हुए भी आनलाइन कक्षाएं ले सकते हैं। आवश्यकता के अनुसार निर्देश मिलने पर स्कूल में भी पहुंच जाएंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना संक्रमण बढऩे पर सभी स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। विद्यार्थियों की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है लेकिन शिक्षकों को स्कूल बुलाया जा रहा है। इसे लेकर अध्यापकों में असंतोष है। उनका यह भी कहना है कि यदि रोटेशन के अनुसार शिक्षक बुलाए जाएं तो भी ठीक है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। शिक्षकों का कहना है कि उनके कई साथी कोरोना की वजह से जान गंवा चुके हैं। इसलिए जरूरी यह है कि ऑनलाइन कक्षाएं ही चलनें दें और घर से शिक्षकों को बुलाकर उनकी जान खतरे में नहीं डालें।
शैक्षणिक कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारी बुलाए जा रहे
बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि सभी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारी बुलाए जा रहे हैं। स्कूलों में अभी सभी शिक्षकों को बुलाया जा रहा है। कई अध्यापकों को कोविड-19 में डोर टू डोर सर्वे व कंट्रोल रूम की ड्यूटी में भी लगाया गया है। प्रत्येक शिक्षक की ड्यूटी महत्वपूर्ण है। आवश्यक सेवाओं के साथ यह मानव सेवा का भी अवसर है। इसे सभी लोग जिम्मेदारी से निभाएं। शेष शिक्षक स्कूलों में पहुंचकर प्रशासनिक कार्य व बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें। उधर, शिक्षक संघ के नेताओं की मांग है कि अनावश्यक रूप से अध्यापकों को स्कूल न बुलाया जाए। सभी अध्यापक घर पर रहते हुए भी आनलाइन कक्षाएं ले सकते हैं। आवश्यकता के अनुसार निर्देश मिलने पर स्कूल में भी पहुंच जाएंगे।
अफरोज अहमद बने जिला संयुक्त मंत्री
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन की जिला कार्यकारिणी का विस्तार किया गया है। अफरोज अहमद को जिला संयुक्त मंत्री का दायित्व देने के साथ ही धनुपुर विकासखंड का प्रभारी भी बनाया गया है। संगठन से जुड़े सदस्यों ने ऑनलाइन मीटिंग कर बधाई दी है।