15 कोड़ों की सजा मिली मगर करते रहे वंदेमातरम का उद्घोष, प्रयागराज में छात्रों को आजाद के सुनाए किस्से

Chandrashekhar Azad Birth Anniversary श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल में भी अमर सपूत को नमन किया गया। विद्यालय के विद्यार्थियों ने पोस्टर बनाने के साथ ही स्लोगन प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया। ज्वाला देवी गंगापुरी में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद और बाल गंगाधर तिलक को नमन किया गया

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 06:52 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 08:45 PM (IST)
15 कोड़ों की सजा मिली मगर करते रहे वंदेमातरम का उद्घोष, प्रयागराज में छात्रों को आजाद के सुनाए किस्से
चंद्रशेखर आजाद की जन्मतिथि पर स्कूली बच्चों ने आजाद पार्क में चित्रकला प्रतियोगिता में की भागीदारी

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। 15 कोड़ों की सजा मिली फिर भी वंदेमातरम का उद्घोष करते रहे। बस यहीं से आजाद का उदय हुआ। यह विचार ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज सिविल लाइंस में आचार्य जितेंद्र कुशवाहा ने व्यक्त किए। उन्होंने शहीद चंद्रशेखर आजाद को नमन किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और आजादी के महानायक के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। इस मौके पर प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार, रामानंद वैश्य, संतोष पांडेय आदि मौजूद रहे। श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल में भी अमर सपूत को नमन किया गया। विद्यालय के विद्यार्थियों ने पोस्टर बनाने के साथ ही स्लोगन प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया। आयोजन में सृष्टि पांडेय, अंशिका मौर्य, आयुषी, आस्था त्रिपाठी, प्राची, दीक्षा, वैष्णवी तिवारी, कौशिकी केसरवानी, खुशी यादव, नंदिता रावत, प्राची वर्मा, प्रधानाचार्य रविंदर बिरदी आदि मौजूद रहीं। गंगा गुरुकुलम में भी शहीद चंद्रशेखर आजाद को याद किया गया। इस मौके पर विद्यालय की सभी शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति जर्द कराई।

महानायकों के बताए रास्ते पर चलेंगे

ज्वाला देवी गंगापुरी में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद और बाल गंगाधर तिलक को नमन किया गया। विद्यालय के शिक्षक अभय श्रीवास्तव ने दोनों महापुरुषों के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। सभी ने संकल्प लिया कि देश के महानायकों के बताए रास्ते पर चलेंगे। इस मौके पर प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र, रीता विश्वकर्मा आदि ने विचार रखे।

मंत्रोच्चार के बीच बटुकों ने किया शंखनाद

अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्मतिथि पर उनके शहीद स्थल पर मेला लगा। लोगों ने अपने अपने तरीके से नमन किया। किसी ने फूल चढ़ाया तो किसी ने सिर नवाया। बटुकों के साथ आई पुरोहितों की टोली ने मंत्रोच्चार कर पूजन भी किया। इस दौरान हुए शंखनाद से समूचा शहीद स्थल गूंज उठा। इस टोली में आचार्य शिवानंद मिश्र, शास्त्री रामेंद्र ओझा, अखिलेश द्विवेदी, नितेश दुबे, अन्नु मिश्र, रवि पांडेय, अर्पित, सचिन द्विवेदी, प्रांजल मिश्र शामिल रहे।

एनसीसी कैडे्स ने किया सैल्यूट

शहीद स्थल पर देश प्रेम के भाव से ओतप्रोत एनसीसी कैडेट भी पहुंचे। उन्होंने गर्मजोशी से अपने हीरो को सैल्यूट किए। इसमें ग्रुप मुख्यालय यूपी गल्र्स बटालियन की लेफ्टिनेंट नेहा श्रीवास्तव, सीनियर जीसीआइ मंजू सिंह, आस्था त्रिपाठी, जागृति ज्योति आदि शामिल रहीं।

देशभक्ति गीत से बांधा समा

भोर एक सृजन संस्था के सदस्यों ने शहीद स्थल पर देशभक्ति गीतों से समा बांध दिया गया। कस ली है कमर अब त कुछ कर के दिखा देंगे... गीत सुनकर हर कोई वीर रस में गोते लगाने लगा। यह गीत आशुतोष श्रीवास्तव ने गाया जबकि तबला वादन आशुतोष गुप्त ने किया। वहां मौजूद लोगों ने भी गीत के बोल गुनगुना कर साथ दिया।

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