Multilevel Car Parking : दागी फर्म ने डाला टेंडर, दूसरे ने फर्जी सालवेंसी लगाई Prayagraj News

शिकायत की गई है कि टेंडर डालने में मुंबई की एक फर्म जिसने गुजरात में फर्जी बैंक गारंटी लगाकर काम कराया था वह भी शामिल है। वह फर्म काली सूची में डाल दी गई थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 10:16 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 09:20 AM (IST)
Multilevel Car Parking : दागी फर्म ने डाला टेंडर, दूसरे ने फर्जी सालवेंसी लगाई Prayagraj News
Multilevel Car Parking : दागी फर्म ने डाला टेंडर, दूसरे ने फर्जी सालवेंसी लगाई Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। सिविल लाइंस में मल्टीलेवल कार पार्किंग के लिए एक दागी फर्म ने टेंडर डाला है, जबकि एक फर्म ने फर्जी सालवेंसी लगाई है। इसकी शिकायत कुछ लोगों ने नगर आयुक्त और अपर नगर आयुक्त से की है। मामले की जांच कराकर ही टेंडर फाइनल करने का आश्वासन दिया गया है।

पार्किंग के लिए तीन फर्मों ने हिस्सा लिया है

मल्टीलेवल पार्किंग के अलावा सिविल लाइंस में महात्मा गांधी मार्ग, एसपी मार्ग पर भी पार्किंग का टेंडर लॉकडाउन के पहले खत्म हो गया था। हालांकि लॉकडाउन के कारण नगर निगम प्रशासन टेंडर नहीं करा सका था। 26 जून को निगम ने मल्टीलेवल कार पार्किंग का टेंडर कराया। इसमें तीन फर्मों ने हिस्सा लिया है। शिकायत की गई है कि टेंडर डालने में मुंबई की एक फर्म जिसने गुजरात में फर्जी बैंक गारंटी लगाकर काम कराया था, वह भी शामिल है। वह फर्म काली सूची में डाल दी गई थी। वहीं, एक फर्म द्वारा फर्जी सालवेंसी लगाने का भी आरोप लगाया गया है।

अपर नगर आयुक्‍त बोले

अपर नगर आयुक्त मुर्शीद अहमद का कहना है कि जिन फर्मों ने टेंडर डाला है, उस पर विचार करने के बाद नियमानुसार ही टेंडर फाइनल किया जाएगा। 

अडानी ग्रुप को न मिले पंपिंग स्टेशनों के संचालन की जिम्मेदारी

पार्षदों एवं पूर्व पार्षदों का एक प्रतिनिधिमंडल मंडलायुक्त आर. रमेश कुमार से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। जलभराव को होने से रोकने और नगर निगम पर वित्तीय भार न बढऩे के लिए बक्शी बांध (अल्लापुर), मोरी गेट (दारागंज), ममफोर्डगंज, चाचर नाला (बलुआघाट) पंपिंग स्टेशनों के संचालन और रख-रखाव की जिम्मेदारी अडानी ग्रुप को न सौंपे जाने की मांग की।

पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल ने मंडलायुक्‍त से की मांग

प्रतिनिधि मंडल ने कानपुर से गृहकर कम निर्धारित करने, हरीभरी से करार समाप्त होने के बावजूद करोड़ों रुपये देने के मामले की जांच कराने की भी मांग की। उन्हें अवगत कराया गया कि पंपिंग स्टेशनों को अडानी ग्रुप को देने पर अत्यधिक व्यय भार पड़ेगा। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व पार्षद शिव सेवक सिंह, पार्षद आनंद घिल्डियाल, कमलेश सिंह, अशोक सिंह, रंजन कुमार, चंद्र प्रकाश, अमरजीत आदि शामिल थे।

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