दो साल में नहीं बना स्वीमिंग पूल, मंत्री नाराज

खेल युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री उपेंद्र तिवारी ने शनिवार को अमिताभ बच्चन स्पोर्ट स्टेडियम (म्योहाल स्टेडियम) और स्वीमिंग पूल का निरीक्षण किया। दो साल में स्वीमिंग का निर्माण पूरा न करने और निरीक्षण के दौरान सीएंडडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर अविनाश सिंह के मौके पर न आने से मंत्री ने नाराजगी जताई। उन्होंने पैक्सफेड सीएंडडीएस और निर्माण निगम के अधिकारियों को फटकारा। कहा कि कार्यप्रणाली में सुधार न हुआ तो कार्रवाई होगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 01:18 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 01:18 AM (IST)
दो साल में नहीं बना स्वीमिंग पूल, मंत्री नाराज
दो साल में नहीं बना स्वीमिंग पूल, मंत्री नाराज

जासं, प्रयागराज : खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री उपेंद्र तिवारी ने शनिवार को अमिताभ बच्चन स्पोर्ट स्टेडियम (म्योहाल स्टेडियम) और स्वीमिंग पूल का निरीक्षण किया। दो साल में स्वीमिंग का निर्माण पूरा न करने और निरीक्षण के दौरान सीएंडडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर अविनाश सिंह के मौके पर न आने से मंत्री ने नाराजगी जताई। उन्होंने पैक्सफेड, सीएंडडीएस और निर्माण निगम के अधिकारियों को फटकारा। कहा कि कार्यप्रणाली में सुधार न हुआ तो कार्रवाई होगी।

सुबह उपेंद्र तिवारी ने अमिताभ बच्चन स्टेडियम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लाइट, बैडमिंटन हाल बास्केटबाल, पिच और चल रहे निर्माण कार्यो की प्रगति देखी। कार्यदायी संस्था पैक्सफेड और राजकीय निर्माण निगम के कार्य संतोषजनक नहीं होने पर नराजगी व्यक्त करते हुए गुणवत्तापूर्व और ससमय पूरा करने को कहा। जार्जटाऊन में निर्माणाधीन स्वीमिंग पूल के धीमे कार्य पर बिफर पड़े। कहा, बजट मिलने के बावजूद दो साल में इसका निर्माण पूरा क्यों नहीं किया गया है। मंत्री निरीक्षण कर रहे थे तो सीएंडडीएस के प्राजेक्ट मैनेजर अविनाश सिंह बाहर गाड़ी में बैठे रहे। मंत्री ने उनको भी फटकार लगाई और कार्रवाई के निर्देश दिए। फिल्टरेशन प्लाट को अक्टूबर तक पूरा करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय खेल अधिकारी अनिल तिवारी, एथलेटिक्स कोच देवी दयाल आदि थे। कुष्ठ रोगियों से भेदभाव करना गलत : जार्ज

संसू, नैनी : कुष्ठरोग का समय से इलाज मिलने पर उसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। यह कोई छूआछूत की बीमारी नहीं है। कुष्ठ रोगी से भेदभाव करना गलत है । यह बातें लेप्रोसी मिशन ट्रस्ट इंडिया के तत्वावधान में मानव अधिकार समर्थकों पर कार्यशाला में लेप्रोसी मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर जेम्स जॉर्ज ने कही। उन्होंने कार्यक्रम एवं वाका प्रोजेक्ट के उद्देश्य को बताया। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट का उद्देश्य कुष्ठ रोग से प्रभावित महिलाओं को बदलाव के कारक के रूप में प्रशिक्षण और सशक्त करना है, ताकि कुष्ठ के प्रति भेदभाव को मिटा सके। कार्यक्रम में उपस्थित एचआरएलएन के समन्वयक अली जयदी ने कुष्ठ से प्रभावित व्यक्ति एवं दिव्यांगजनों को मानवाधिकार पर जागरूक किया। अधिकारों का हनन होने पर उनकी संस्था द्वारा कानूनी पैरवी के लिए मार्गर्दिशत किया। जनहित सदन बोनीफेस जॉर्ज ने महिलाओं के अधिकार एवं उन्हें समूह के द्वारा सशक्त बनाने के लिए चर्चा किया। वाका प्रोजेक्ट के चैंपियन कुमारी मोनी और पंकज ने कुष्ठ रोग प्रभावित व्यक्तियों को होने वाली परेशानी, भेदभाव के विषय में बताया ।

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