स्वामी स्वरूपानंद टिप्पणी के लिए स्वतंत्र: चंपत राय
विश्व हिदू परिषद के उपाध्यक्ष और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने कहाकि स्वामी स्वरूपानंद को अपनी बात कहने का हक है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज: विश्व हिदू परिषद के उपाध्यक्ष और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने द्वारिका पीठ के शकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के बयान पर सधी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि शकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र हैं। जनता सब जानती है कि कौन क्या है। हम अपना काम कर रहे हैं, वह अपना काम। रविवार दोपहर दिल्ली से फोन से हुई बातचीत में चंपत राय ने यह टिप्पणी की।
माघ मेले में मौनी अमावस्या स्नान पर्व से पूर्व शनिवार को प्रयागराज पहुंचे शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा था कि अयोध्या में श्रीराम का मंदिर नहीं विश्व हिदू परिषद का कार्यालय बन रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि पहले जो न्यास था, उसके धर्माचार्य भी राममंदिर बना सकते थे, बशर्ते सरकार कहती। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को भगवान मानने वाले ही असल रूप में मंदिर बनवा सकते हैं। विश्व हिदू परिषद के पदाधिकारी रविवार को इस बयान पर टिप्पणी देने से बचते रहे। विहिप के संगठन मंत्री मुकेश ने भी इतना ही कहा कि वह (स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती) पूज्य संत हैं। उनका सम्मान है। बोले,हम सभी लोग पूज्य संतों के नेतृत्व में ही अयोध्या में श्रीराम का भव्य मंदिर बनवाने के लिए कृत संकल्पित हैं। पूरा देश एकजुट है। यह सिर्फ राम का मंदिर नहीं राष्ट्र मंदिर है। सभी सहयोग कर रहे हैं। माघ मेला क्षेत्र में आज ही हजारों की संख्या में लोगों ने सहयोग दिया। लोग आगे भी सहयोग करते रहेंगे। रामलला के मंदिर के लिए पूरा अभियान संतों के ही नेतृत्व में चला। उन्हीं के आशीष से पूरा भी होगा।