अखिल भारतीय दंडी सन्यासी परिषद के संरक्षक स्वामी महेशाश्रम बोले- यज्ञ से वायुमंडल होगा शुद्ध और भागेगा कोरोना

स्‍वामी महेशाश्रम ने बताया कि अथर्ववेद के द्वितीय अध्याय में वायुमंडल को शुद्ध करने के लिए महत्वपूर्ण उपाय हवन बताया गया है। यही कारण है कि प्राचीन काल में ऋषि-मुनि नियमित हवन करते थे। अभी भी हर महत्वपूर्ण मौके में हवन होता है जिससे आसुरी शक्तियों का नाश हो जाए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 10:36 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 10:36 AM (IST)
अखिल भारतीय दंडी सन्यासी परिषद के संरक्षक स्वामी महेशाश्रम बोले- यज्ञ से वायुमंडल होगा शुद्ध और भागेगा कोरोना
अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के संरक्षक जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम ने कोरोना भगाने को यज्ञ की सलाह दी है।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण का प्रमुख कारण वायुमंडल प्रदूषित होना है। प्रदूषित वायु मंडल में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना से मुक्ति चाहिए तो वायुमंडल को शुद्ध करना होगा। वायुमंडल हवन करने से शुद्ध होगा। यह कहना है अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के संरक्षक स्वामी महेशाश्रम का।

स्‍वामी महेशाश्रम ने बताया कि अथर्ववेद के द्वितीय अध्याय में वायुमंडल को शुद्ध करने के लिए महत्वपूर्ण उपाय हवन बताया गया है। यही कारण है कि प्राचीन काल में ऋषि-मुनि नियमित हवन करते थे। अभी भी हर महत्वपूर्ण मौके में हवन किया जाता है, जिससे आसुरी शक्तियों का नाश हो जाए।

बोले, शास्त्रों के पन्ने पलटने एवं उनके निर्देशों का पालन करने की जरूरत है

स्वामी महेशाश्रम ने कहा कि  कोरोना जैसे महामारी के विषाणु वायुमंडल में फैल रहे हैं। इससे आम जनजीवन थम सा रहा है। इससे हर जाति-धर्म के लोग परेशान हैं। इस भयावह आपदा से परेशानी दूर करने के लिए सरकारें भी पूरी तरह कोशिश कर रही है। अब हम सभी को अपने शास्त्रों के पन्ने पलटने एवं उनके निर्देशों का पालन करने की जरूरत है। अथर्ववेद के द्वितीय अध्याय में वायुमंडल को शुद्ध बनाने के लिए एक मात्र उपाय हवन करना बताया गया है। इसके जरिए इस भयानक और जानलेवा विषाणु का विध्वंस किया जा सकता है।

घरों में पूजा-पाठ के बाद नियमित हवन करने की दी सलाह

महेशाश्रम जी महाराज कहते हैं कि अपने-अपने घरों में दैनिक पूजा-पाठ के बाद हवन करें। हवन पद्धति को अपनाकर सबको एक राय से सुबह समय निश्चित करना चाहिए। एक समय में एक साथ अपने-अपने घरों के दरवाजे बालकनी, छत, आंगन पर सामूहिक रूप से हवन का विधान करके अपने आसपास के वायुमंडल को प्रदूषण मुक्त कर शुद्ध वातावरण बना सकते हैं।

स्‍वामी महेशाश्रम ने कहा- हवन सामग्री में मिलाएं ये पांच चीजें

स्‍वामी महेशाश्रम ने कहा कि हवन सामग्री में पांच चीजें और भी मिला लें। इसमें नीम की पत्ती, सरसों का बीज, राई के बीज, गुगूल, सेंधा नमक को मिलाना चाहिए। आम की सूखी लकड़ी जलाकर हवन कुंड या तसला, कड़ाही जो भी उपलब्ध हो, उसमें देशी घी व कपूर सहित हवन करें। ऐसा करने से हम वायुमंडल के वातावरण को शुद्ध कर कोरोना जैसे महामारी से मुक्ति पा सकते हैं। यह कार्य सभी लोग एक साथ एक ही समय पर करें। ऐसा करने से हम अवश्य सफल होंगे। ऐसा कम से कम तीन दिन अवश्य करें।

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