Swachh Bharat Mission: प्रतापगढ़ के जर्जर शौचालय होंगे लकदक, पंचायती राज विभाग की है योजना
Swachh Bharat Mission प्रतापगढ़ जनपद के डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी का कहना है कि स्वच्छ भरत मिशन के तहत जिले में बनाए गए काफी शौचालय जर्जर हो गए हैं। जो लाभार्थी शौचालय की मरम्मत कराने में असमर्थ हैं उनके शौचालयों काे लकदक किया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए शासन ने स्वच्छ भारत मिशन योजना संचालित की है। चार साल पहले इस योजना की शुरुआत हुई थी। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में लाखों शौचालय का निर्माण कराया गया। इसमें शौचालय निर्माण के लिए लाभार्थियों को 12 हजार रुपये प्राेत्साहन राशि के तौर पर दिया गया था। इनमें से कई शौचालय अब जर्जर हो गए हैं। ऐसे में पंचायती राज विभाग ने इसे लकदक करने का निर्णय लिया है।
प्रतापगढ़ में तीन लाख से अधिक शौचालय निर्मित हैं
जिले भर में 17 ब्लाक हैं। इसके अंतर्गत सदर, मानधाता, गौरा, बिहार, सांगीपुर, लालगंज, आसपुर देवसरा, पट्टी, संडवा चंद्रिका, शिवगढ़, कुंडा, बाबागंज, रामपुर संग्रामगढ़, लक्ष्मणपुर, मंगरौरा, बाबा बेलखरनाथ धाम व कालाकांकर ब्लाक है। आंकड़े पर गौर करें तो जिले भर में तीन लाख से अधिक शौचालय बनाए गए हैं। इसकी जियो टैगिंग भी हो चुकी है।
गरीब लाभार्थियों को मिलेगी राहत
आर्थिक रूप से मजबूत लाभार्थियों ने प्राेत्साहन राशि मिलने के बाद स्वयं का पैसा लगाकर बेहतरीन शौचालय बनवाया, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर लाभार्थी जर्जर शौचालय का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। डीपीआरओ ने यह निर्णय लिया है कि आर्थिक रूप से कमजोर ऐसे लाभार्थी जो जर्जर शौचालय की मरम्मत कराने में असमर्थ हैं, ऐसे लाभार्थियों के शौचालयों को लकदक किया जाएगा, ताकि वह उसका उपयोग कर सकें। शौचालय जर्जर होने से वह खुले में शौच करने को मजबूर थे। बारिश के दिनों में ऐसे परिवार स्वच्छ भारत मिशन से बने सामुदायिक शौचालयों का सहारा लेना पड़ता है। घर से दूर शौच करने के लिए जाना पड़ता है। इससे काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। शासन की पहल से ऐसे शौचालयों को लकदक किया जाएगा। आने वाले दिनों में उनको इस समस्या से निजात मिल जाएगी।
जानें क्या कहते हैं डीपीआरओ
डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी ने बताया कि स्वच्छ भरत मिशन में बनाए गए काफी शौचालय जर्जर हो गए हैं। जो लाभार्थी शौचालय की मरम्मत कराने में असमर्थ हैं उनके शौचालयों काे लकदक किया जाएगा।