Superstition in Kaushambi: तांत्रिक के कहने पर सर्पदंश से मृत युवक की लाश 28 घंटे गड्ढे में गोबर के बीच रखी
Superstition in Kaushambi तांत्रिक के झांसे में आकर परिजनों ने गड्ढा खोद कर लाश रखी तथा गोबर और पानी भर दिया। यह देखने वालों की भीड़ लग गई। कुछ के मना करने पर तांत्रिक बार-बार यही कहता रहा कि जिंदा करने की जिम्मेदारी ले रहा है। सुबह तांत्रिक फरार हुआ।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जनपद में सर्पदंश से मृत युवक की लाश अंधविश्वास में फंसकर 28 घंटे तक गोबर से भरे गड्ढे में रखी गई। अंधविश्वास का नमूना तो देखिए कि लाश को घेरकर लोग मौके पर मौजूद रहे। कई को उम्मीद थी कि 'चमत्कार' हो जाएगा। हालांकि कई ऐसे भी लोग थे, जिन्होंने परिवार वालों से ऐसा करने से मना भी किया था लेकिन उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया। आखिर दूसरे दिन लाश अकड़ गई तो मतिभ्रत टूटा। ऐसा कराने वाला तांत्रिक मौके से भाग निकला। यह अजब-गजब मामला चरवा थाना अंतर्गत जुगवा गांव में हुआ।
सर्पदंश से राजेंद्र की मौत हो गई थी, उसका साढ़ू अस्पताल में भर्ती है
चरवा के जुगवा गांव में शनिवार रात राजेंद्र पुत्र जगतलाल (35) तथा उसके साढ़ू रोशनलाल (33) को सर्प ने डस लिया। स्वजन दोनों को अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने राजेंद्र को मृत घोषित कर दिया। उसके साढ़ू का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। रविवार सुबह स्वजन जब राजेंद्र की लाश लेकर वापस घर आए तभी वहां पहुंचे एक तांत्रिक ने कहा कि इसे (लाश को) गड्ढा खोदकर उसमें रखने के बाद पानी और गोबर भर दो, 24 घंटे में यह जिंदा हो जाएगा।
दावा करने वाला तांत्रिक फरार
तांत्रिक के झांसे में आकर परिजनों ने गड्ढा खोद कर लाश रखी तथा गोबर और पानी भर दिया। यह देखने वालों की भीड़ लग गई। कुछ लोगोंं ने ऐसा करने से मना भी किया लेकिन तांत्रिक बार-बार यही कहता रहा कि वह जिम्मेदारी ले रहा है जिंदा करने की। रविवार सुबह आठ बजे लाश को गड्डे में रखी गई। सोमवार को 28 घंटे बाद लाश पूरी तरह अकड़ गई तब तांत्रिक रफूचक्कर हो गया।
ग्रामीणों के अलावा पुलिस भी तांत्रिक को खोज रही है
परिवार के लोगों ने लाश निकाल कर चरवा पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने शव कब्जे में लेकर दोपहर एक बजे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। तांत्रिक का कोई अता पता नहींं है। गांव वालों के साथ-साथ पुलिस भी उसे तलाश रही है।